Maa Kalratri Puja Vidhi 2024: नवरात्रि की सप्तमी पर इस विधि से करें मां कालरात्रि की पूजा, जानें सामग्री से लेकर भोग तक सबकुछ

ऐसी मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा के दौरान उन्हें नीले रंग के वस्त्र पहनाने चाहिए और माता को अपराजिता का फूल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा, मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति को भय से मुक्ति मिलती है।
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नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि मां कालरात्रि की पूजा के दौरान उन्हें नीले रंग के वस्त्र पहनाने चाहिए और माता को अपराजिता का फूल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा, मां कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति को भय से मुक्ति मिलती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्ससे आइये जानते हैं मां कालरात्रि की पूजा सामग्री, पूजा विधि, मंत्र और्भोग के बारे में विस्तार से।

मां कालरात्रि की पूजा सामग्री

maa kalratri ki puja samagri

मां कालरात्रि की पूजा के लिए सामग्री के तौर पर साफ तांबे की थाली, तांबे की थाली नहीं है तो पत्तल, गंगाजल, फल, फूल, घी, दीपक, सुपारी, धनिया, अक्षत, सिंदूर और कपूर आदि शामिल करें।

मां कालरात्रि की पूजा विधि

ब्रह्म मुहूर्त में सुबह उठकर स्नान कर लें। इसके बाद मां कालरात्रि का स्मरण करें। फिर पूजा स्थल को साफ करें और वहां चौकी रखें। इसके बाद मां कालरात्रि की प्रतिमा को चौकी पर स्थापित करें।

अगर पहले से मां दुर्गा की प्रतिमा आपके घर में मौजूद है तो आप चौकी पर मां काली के प्रतीक स्वरूप लौंग को स्थापित कर सकते हैं। इसके बाद माता को गंगाजल से अनान कराएं।

मां को नए वस्त्र धारण कराएं और उन्हें फल, फूल, सुपारी, धनिया, अक्षत, सिंदूर आदि अर्पित करें। इसके बाद माता के आगे कपूर जलाएं और मां के मंत्रों का पूर्ण श्रद्धा के साथ जाप करें।

फिर मां कालरात्रि को भोग लगाएं। मां कालरात्रि के सामने घी का दीया जलाएं और मां की आरती गाएं। आखिर में मां को लगाए हुए भोग को प्रसाद के रूप में परिवार एवं आसपास घरों में बाटें।

मां कालरात्रि के मंत्र

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि के ॐ ऐंक्लींकालरात्र्यैनमः, ॐ ह्लींकालरात्र्यैकाले नमः, ॐ दुंदुर्गायैनमः, ॐ कालरात्रिमहाक्रूरीमहाक्रूरीमहाक्रूरीनमः आदि मंत्रों का 108 बार जाप करें।

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मां कालरात्रि का भोग

maa kalratri ki samagri

गुड़ और चावल मां कालरात्रि के प्रिय माने जाते हैं। ऐसे में गुड़ और चावल का भोग लगा सकते हैं। इसके अलावा, काले तिल और गुड़ का भोग लगाना भी उत्तम माना जाता है।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जाना सकते हैं कि आखिर नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की किस विधि से पूजा करें और क्या है पूजन सामग्री, मां कालरात्रि के मंत्र और भोग। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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