माघ गुप्त नवरात्रि एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। साल में कुल चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, जिनमें दो गुप्त नवरात्रि पहला माघ और दूसरा आषाढ़ में,एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि शामिल हैं। गुप्त नवरात्रि में विशेष रूप से 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। ये महाविद्याएं तंत्र साधना में उच्च स्थान रखती हैं। तंत्र साधक गुप्त नवरात्रि के दौरान विशेष साधना करते हैं ताकि वे तंत्र-मंत्र की सिद्धि प्राप्त कर सकें। बता दें, सभी नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना के साथ होती है। कलश स्थापना का मुहूर्त बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसे पंचांग के अनुसार निकाला जाता है। अब ऐसे में माघ गुप्त नवरात्रि का आरंभ कब से हो रहा है और इसका शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
माघ गुप्त नवरात्रि कब से हो रहा है शुरु?
पंचांग के अनुसार, माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जनवरी गुरुवार के दिन से होगी। यह तिथि माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर पड़ रही है, जो 29 जनवरी की शाम से शुरू होती है। माघ गुप्त नवरात्रि का शुभारंभ 30 जनवरी को होगा। यह तिथि उदयातिथि के आधार पर निर्धारित की गई है, जो माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर पड़ती है।
माघ गुप्त नवरात्रि के दिन कलश स्थापना का मुहूर्त
30 जनवरी को माघ गुप्त नवरात्रि की कलश स्थापना के लिए आप सुबह 9 बजकर 25 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक का शुभ मुहूर्त चुन सकते हैं। यह मुहूर्त कुल 1 घंटा 21 मिनट का है।
यदि आप दोपहर में कलश स्थापना करना चाहते हैं, तो दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक का मुहूर्त आपके लिए उपयुक्त होगा। यह मुहूर्त 43 मिनट का है।
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माघ गुप्त नवरात्रि पूजा का महत्व
यह नवरात्रि अन्य नवरात्रियों की तुलना में अधिक गुप्त तरीके से मनाई जाती है। इस दौरान देवी दुर्गा की विभिन्न शक्तियों की पूजा की जाती है। इस नवरात्रि में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों, विशेषकर दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। ये महाविद्याएं हैं: काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला। माघ गुप्त नवरात्रि तंत्र साधना के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दौरान साधक देवी दुर्गा की विशेष पूजा करते हैं और सिद्धियां प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। माघ गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की शक्ति का जागरण होता है। मान्यता है कि इस दौरान की गई पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
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Image Credit- HerZindagi
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