वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर चौथा बड़ा मंगल पड़ रहा है। यह तिथि 02 जून 2025 को रात 08 बजकर 35 मिनट से शुरू होकर 03 जून 2025 को रात 09 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में 03 जून 2025 को चौथा बड़ा मंगल मनाया जाएगा। इस दिन धूमावती जयंती और मासिक दुर्गाष्टमी भी है। माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी की आराधना करने से भक्तों के सभी दुख-कष्ट दूर होते हैं, मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। अब ऐसे में चौथे बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा किस विधि से करें और हनुमान जी की पूजा के दौरान किन मंत्रों का जाप करें। आरती और चालीसा क्या है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
चौथे बड़े मंगल के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
ज्येष्ठ माह का चौथा बड़ा मंगल 3 जून 2025 को पड़ रहा है। सुबह स्नान के बाद हनुमान जी की पूजा कभी भी की जा सकती है। हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप सुबह 5:32 से 7:13 बजे तक और शाम 7:04 से रात 9:30 बजे तक भी पूजा कर सकते हैं।
चौथे बड़े मंगल के दिन शुभ योग
बड़े मंगल के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है। इस दौरान हनुमान जी की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है।यह दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना के लिए और भी अधिक शुभ हो जाएगा। इस दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करने, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करने से भक्तों को तिगुना फल प्राप्त हो सकता है। यह दिन हनुमान जी की कृपा पाने और जीवन में सुख-समृद्धि लाने के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
चौथे बड़े मंगल के दिन करें हनुमान जी के खास मंत्रों का जाप
चौथे बड़े मंगल के दिन हनुमान जी के खास मंत्रों का जाप विशेष रूप से करने से लाभ हो सकता है और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।
- ॐ हं हनुमते नमः
- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्:
- ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः
- ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्:
- मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥
- ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा:
- दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते:
- ॐ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा:
- हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल, अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते:
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चौथे बड़े मंगल के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने के नियम
- पाठ करते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
- हनुमान चालीसा का पाठ 1, 3, 5, 7, 9, 11 या 100 बार करना शुभ माना जाता है। बड़े मंगल के दिन 7 बार पाठ करना विशेष फलदायी बताया गया है।
- हनुमान जी भगवान राम के परम भक्त हैं, इसलिए हनुमान चालीसा के पाठ के साथ या उससे पहले "श्री राम" नाम का संकीर्तन या 108 बार "राम नाम" का जाप करना भी अत्यंत लाभकारी होता है।
- हनुमान चालीसा के साथ बजरंग बाण, सुंदरकांड, संकट मोचन हनुमान अष्टक या हनुमान बाहुक का पाठ भी कर सकते हैं।
- पाठ शुरू करने से पहले अपनी मनोकामना के साथ संकल्प लें।
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