(feeding animals on pitru paksha) हिंदू पंचांग के हिसाब से दिनांक 29 सितंबर दिन शुक्रवार से पितृपक्ष का आरंभ होने जा रहा है। इसका आरंभ भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से होता है और आश्विन अमावस्या तक होती है।
पितृपक्ष 16 दिनों तक चलता है। इन 16 दिनों में पितरों का श्राद्ध, पिंडदान, तर्पण पूरे विधि-विधान के साथ किया जाता है। वहीं इस दिन कई ऐसे भी जीव-जन्तु हैं, जिन्हें खिलाने भर मात्र से पितृ प्रसन्न हो सकते हैं और शुभ परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि पितृपक्ष में किन जीव-जंतुओं को खाना खिलाना शुभ होता है।
पितृपक्ष के दौरान विशेषकर कौओं की प्रतीक्षा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि कौए पितरों से जुड़े संकेत देते हैं। अगर पितृपक्ष में इन्हें भोजन कराया जाए, तो वह भोजन पितरों को प्राप्त होता है और जब कोए भोजन खा लें, तो इसका मतलब यह है कि पितृ आपसे बेहद प्रसन्न हैं, वह तृप्त हो गए हैं।
साथ ही वह अपने वंशज की उन्नति, खुशहाली और धन वृद्धि का उन्हें आशीर्वाद भी देते हैं, लेकिन अगर कौए भोजन न खाएं, तो इसका मतलब यह है कि पितृ आपसे नाखुश हैं।
पितृपक्ष में गाय को भोजन जरूर कराना चाहिए। हिंदू धर्म में गाय को बेहद पवित्र और पुजनीय माना गया है। गाय में सभी देवों का वास होता है। इसलिए पितृपक्ष में गाय को भोजन जरूर कराना चाहिए। इससे वह बेहद प्रसन्न होते हैं और शुभ संकेत भी देते हैं।
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पितरों की खुश करने के लिए और उनके तक भोजन (भोजन करने के नियम) पहुंचाने के लिए पितरो की तिथि पर कुत्ते को खाना खिलाया जाता है। इससे पिचरों की आत्मा तृप्त होती है और ह खुशहाली का आशीर्वाद भी देते हैं। इसलिए पितृपक्ष में कुत्ते को भोजन जरूर खिलाना चाहिए।
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पितृपक्ष में पितरों की तिथि पर भोजन मुख्य रूप से कराने की परंपरा है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप पितरों को भोजन देना चाहते हैं, तो भोजन का एक अंश चीटियों को जरूर दें, ताकि वह उसे खाएं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि चीटियों के माध्यम से भोजन पितरों (पितृदोष प्रकार) को प्राप्त होता है और इससे पितृ बेहद प्रसन्न भी होते हैं, लेकिन अगर चीटियां भोजन न ग्रहण करें, तो इसका मतलब यह है कि पितृ आपसे नाराज हैं।
पितृपक्ष में पितरों की तिथि के अनुसार इन जीव-जन्तुओं को भोजन खिलाएं और यहां बताई गई बातों पर विशेष ध्यान दें। साथ ही अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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