चातुर्मास में मुख्य द्वार पर किस पत्ते का तोरण लगाना शुभ माना जाता है? पंडित जी से जानें

हिंदू धर्म में चातुर्मास के चार महीने को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम करने से बचना चाहिए। अब ऐसे में अगर आप इस दौरान मुख्य द्वार पर तोरण लगाने का सोच रहे हैं तो यह लेख आपके लिए ही है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
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हिन्दू धर्म में चातुर्मास का समय विशेष महत्व रखता है। यह चार महीनों की अवधि होती है जब भगवान विष्णु शयन करते हैं और इस दौरान कई शुभ कार्य वर्जित होते हैं। हालांकि, इस अवधि में धार्मिक अनुष्ठान, जप-तप और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए कुछ विशेष उपाय किए जाते हैं। लेकिन सवाल यह है कि चातुर्मास में किस पत्ते का तोरण लगाना सबसे शुभ होता है? आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि अगर आप मुख्य द्वार पर तोरण लगा रहे हैं तो किस पत्ते का लगाना शुभ फलदायी माना गया है?

चातुर्मास में मुख्य द्वार पर लगाएं आम के पत्ते का तोरण

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चातुर्मास के दौरान मुख्य द्वार पर आम के पत्तों का तोरण लगाना सकारात्मकता का कारक माना गया है। हिंदू धर्म में आम के पत्तों को पवित्रता, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य से पहले आम के पत्तों का उपयोग अवश्य किया जाता है। आम के पत्ते नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का संचार करते हैं। ये घर में आने वाले हर व्यक्ति के लिए शुभता का प्रतीक होते हैं। आपको बता दें, मान्यता है कि आम के पत्तों का तोरण देवी-देवताओं को अपनी ओर आकर्षित करता है और उन्हें घर में प्रवेश करने का निमंत्रण देता है। इससे घर पर उनकी कृपा बनी रहती है।

ज्योतिष शास्त्र में आम के पत्ते का महत्व

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आम के पत्तों को पवित्रता, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि चातुर्मास में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक रहता है। इसलिए उस अशुभ ऊर्जा को काटने के लिए घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्ते का तोरण लगाना शुभ फलदायी माना गया है। इससे घर की शुभता बनी रहती है और घर में किसी तरह की कोई समस्या नहीं आती है। आपको बता दें, तोरण को बांधने के लिए लाल या पीले रंग के धागे का उपयोग करना चाहिए। ये रंग भी शुभता और सकारात्मकता के प्रतीक हैं। तोरण की संख्या कम से कम 5, 7 या फिर 11 होना चाहिए। यह समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

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Image Credit- HerZindagi

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