benefits of offering water in banyan tree

बरगद के पेड़ में रोजाना जल अर्पित करने से क्या होता है? जानें महत्व और लाभ

बरगद के वृक्ष में त्रिदेव यानी कि ब्रह्मा (जड़ में), विष्णु (छाल में) और भगवान शिव (शाखाओं में) का वास होता है। इसलिए, इस वृक्ष की पूजा करना और इसमें प्रतिदिन जल अर्पित करना त्रिदेवों का एक साथ आशीर्वाद प्राप्त करने के समान माना जाता है। 
Editorial
Updated:- 2025-11-10, 14:44 IST

हिन्दू धर्म में बरगद के पेड़ को अत्यंत पूजनीय और पवित्र माना जाता है। इसे 'अक्षय वट' भी कहते हैं जिसका अर्थ है जो कभी नष्ट न हो। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बरगद के वृक्ष में त्रिदेव यानी कि ब्रह्मा (जड़ में), विष्णु (छाल में) और भगवान शिव (शाखाओं में) का वास होता है। इसलिए, इस वृक्ष की पूजा करना और इसमें प्रतिदिन जल अर्पित करना त्रिदेवों का एक साथ आशीर्वाद प्राप्त करने के समान माना जाता है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, विशेषकर 'वट सावित्री' जैसे पर्वों पर जब महिलाएं अखंड सौभाग्य और पति की लंबी आयु के लिए इसकी पूजा करती हैं। ऐसे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि रोजाना बरगद के पेड़ में जल अर्पित करने से क्या लाभ मिलते हैं?

बरगद के पेड़ में रोजाना जल चढ़ाने के लाभ 

बरगद के पेड़ का संबंध राहु और केतु जैसे छाया ग्रहों से भी माना जाता है। इस वृक्ष को नियमित जल चढ़ाने से कुंडली में इन ग्रहों के कारण होने वाले अशुभ दोष शांत होते हैं और जीवन में आने वाली अचानक बाधाएँ कम होती हैं।

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शनिदेव को लंबे समय तक फल देने वाला ग्रह माना जाता है और बरगद के पेड़ को लंबी आयु और स्थिरता का प्रतीक माना गया है। इसीलिए, बरगद में जल चढ़ाने से शनि दोष की पीड़ा कम होती है और आपको कार्यों में स्थिरता मिलती है।

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साथ ही, बरगद के पेड़ को पितरों से भी जोड़ा जाता है। रोज़ाना इस वृक्ष में जल अर्पित करने से आपके पितर प्रसन्न होते हैं जिससे पितृ दोष शांत होता है। जिन लोगों के जीवन में पितृ दोष के कारण धन, संतान या विवाह में रुकावट आ रही हो उनके लिए यह उपाय बहुत लाभकारी माना जाता है।

बरगद के पेड़ की पूजा करने से देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। यह वृक्ष जीवन में स्थायित्व और दीर्घायु का प्रतीक है, इसलिए इसे जल देने से धन-संपत्ति में स्थिरता आती है और बार-बार होने वाले आर्थिक उतार-चढ़ाव कम होते हैं।

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ज्योतिषीय मान्यता है कि बरगद की परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करने से आपकी कोई भी अधूरी मनोकामना जल्द ही पूरी होती है, खासकर यदि वह संतान प्राप्ति या दीर्घायु से संबंधित हो। बरगद को 'वट' कहा जाता है और यह अपनी जड़ों की तरह जीवन में मजबूती प्रदान करता है।

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रोज़ाना जल चढ़ाने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक आरोग्य प्राप्त होता है। यह मन को शांति प्रदान करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति जीवन की चुनौतियों का सामना अधिक शक्ति और सकारात्मकता के साथ कर पाता है।

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FAQ
बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से क्या होता है?
बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से आयु में वृद्धि होती है। 
क्या घर के सामने बरगद का पेड़ होना शुभ है?
घर के सामने बरगद का पेड़ होना अशुभ माना जाता है।
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