हिंदू पंचांग के अनुसार आज श्रावण कृष्ण की त्रयोदशी तिथि और फिर चतुर्दशी तिथि का आरंभ हो जाएगा। आज बुधवार का दिन भी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विधिवत रूप से करने के विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी जातक की कुंडली में ग्रहदोष है तो बुधवार के दिन बप्पा की पूजा-अर्चना करने से लाभ हो सकता है। साथ ही आज व्याघात योग बन रहा है और आद्रा नक्षत्र है। ज्योतिष गणना के हिसाब से इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि में ही मौजूद हैं। आपको बता दें, आज सावन शिवरात्रि का व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन विशेष तरह के उपाय और मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से आज के पंचांग के बारे में जानते हैं।
आज का पंचांग 23 जुलाई 2025
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
श्रावण कृष्ण पक्ष त्रयोदशी \ चतुर्दशी तिथि | आद्रा नक्षत्र | बुधवार | व्याघात योग | हर्षण और व्याघात |
आज सूर्य और चंद्रमा का समय 23 जुलाई 2025
सूर्योदय | सुबह 5 बजकर 53 मिनट से लेकर |
सूर्यास्त | शाम 7 बजकर 12 मिनट तक |
चंद्रोदय | शाम 08 बजकर 41 मिनट से लेकर |
चंद्रास्त | सुबह 07 बजकर 55 मिनट तक |
आज का शुभ मुहूर्त और योग 23 जुलाई 2025
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04 बजकर 21 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 09 मिनट तक |
अमृत काल | सुबह 08 बजकर 31 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 01 मिनट तक |
अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 56 मिनट तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 15 मिनट तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक |
निशिता मुहूर्त | रात 12 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 46 मिनट तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 21 मिनट तक |
आज का अशुभ मुहूर्त 23 जुलाई 2025
राहु काल | दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से लेकर दोपहर 02 बजकर 12 मिनट तक |
गुलिक काल | सुबह 10 बजकर 54 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक |
यमगंड | सुबह 07 बजकर 36 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 15 मिनट तक |
दिशाशूल | पूर्व दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें |
दुर्मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 07 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 59 मिनट तक |
सावन शिवरात्रि के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त
निशिता काल पूजा का समय | देर रात 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक |
प्रथम प्रहर | 23 जुलाई शाम 07 बजकर 17 मिनट से रात 09 बजकर 53 मिनट तक |
द्वितीय प्रहर | रात 09 बजकर 53 मिनट से 24 जुलाई रात 12 बजकर 28 मिनट तक |
तृतीय प्रहर | 24 जुलाई रात 12 बजकर 28 मिनट से सुबह 03 बजकर 03 मिनट तक |
चतुर्थ प्रहर | 24 जुलाई सुबह 03 बजकर 03 मिनट से सुबह 05 बजकर 38 मिनट तक |
व्रत का पारण | 24 जुलाई 2025 को सुबह 05 बजकर 27 मिनट से शुरू होगा |
आज पर्व और त्योहार 23 जुलाई 2025
आज श्रावण कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि है। वहीं आज सावन शिवरात्रि का व्रत भी रखा जा रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। साथ ही आज भगवान गणेश की पूजा का भी विधान है।
आज बुधवार के उपाय 23 जुलाई 2025
बुधवार के दिन सुबह स्नान करके भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करें। उन्हें धूप, दीप, फूल, रोली, चंदन, मोदक और लड्डू अर्पित करें। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा से ही होती है, क्योंकि उन्हें विघ्नहर्ता माना जाता है।
भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है। बुधवार को उन्हें 11 या 21 दूर्वा की गांठें अवश्य चढ़ाएं। ऐसा करने से धन संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं, व्यापार में सफलता मिलती है और गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है।
बुधवार के दिन हरी मूंग दाल, हरा कपड़ा, या कोई भी हरी वस्तु दान करना शुभ होता है। हरा रंग भगवान गणेश का प्रिय रंग है और बुध ग्रह से भी जुड़ा है। हरी चीजों का दान करने से कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत होती है और भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए ऊं ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप करें। यह मंत्र बुध ग्रह की शांति के लिए बहुत प्रभावशाली माना जाता है। इसके अलावा, 'ॐ ग्लौम गणपतयै नमः' मंत्र का जाप करने से गणेश जी प्रसन्न होकर सभी विघ्न हर लेते हैं।
यदि आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो बुधवार के दिन ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से भगवान गणेश अति प्रसन्न होते हैं और कर्ज से मुक्ति मिलने में मदद मिलती है।
आज बुधवार के खास मंत्र 23 जुलाई 2025
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्
ॐ बुं बुधाय नमः
प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम्। सौम्यं सौम्यगुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम्
23 जुलाई 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज त्रयोदशी के साथ-साथ चतुर्दशी तिथि है। इस दिन भगवान शिव की पूजा विधिवत रूप से करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है और व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही इस दिन भगवान गणेश की पूजा भी विधिवत रूप से करें।
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Image Credit- HerZindagi
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