कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म का एक अत्यंत पवित्र पर्व माना जाता है, इसे विशेष रूप से गंगा स्नान, दीपदान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है।
यह पर्व कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है और इस दिन का महत्व विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में मिलता है। कार्तिक पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से देवताओं की पूजा और पूर्वजों की आत्माओं के शांति के लिए समर्पित होता है। इस दिन को देव दिवाली के रूप में भी मनाया जाता है।
इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को मनाया जाएगा और इस दिन विशेष रूप से कुछ शुभ कार्य करने शुभ माने जाते हैं, यही नहीं इस दिन कुछ कामों की मनाही भी होती है और यदि आप उन कामों को करते हैं तो आपको किसी भी पूजा का फल नहीं मिलता है। वहीं इस दिन शुभ काम करने से आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानते हैं इस दिन पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
कार्तिक पूर्णिमा पर क्या करना चाहिए
अगर हम कार्तिक पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले कार्यों की बात करें तो आपको इस दिन कुछ ऐसे कार्य करने चाहिए जिनका फल आपके जीवन में सकारात्मक हो सके। आइए जानें उन कामों के बारे में-
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
गंगा स्नान से शरीर और आत्मा को शुद्धि मिलती है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। यदि किसी वजह से आपके लिए गंगा नदी तक पहुंचना संभव नहीं हो, तो घर में स्नान कर स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें।
कार्तिक पूर्णिमा पर करें भगवान विष्णु की पूजा
कार्तिक पूर्णिमा को भगवान विष्णु के पूजन के लिए अत्यंत उपयुक्त समय माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा और आराधना से विष्णु जी का आशीर्वाद मिलता है।
साथ ही, इस दिन विशेष रूप से श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी करना फलदायी होता है। भक्तों के लिए यह दिन विशेष रूप से मनोकामनाओं की पूर्ति का अवसर होता है। इस दिन किया गया विष्णु पूजन विशेष रूप से फलदायी होता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान करें
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। इस दिन दीप जलाकर घर के आंगन, मंदिरों और नदी के किनारे दीपदान किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि इन दीपों से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। विशेष रूप से इस दिन नदियों के किनारे दीप जलाने से जीवन के अंधकार को दूर किया जाता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
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कार्तिक पूर्णिमा पर दान करें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन आपको दान अवश्य करना चाहिए। इस दिन जरूरतमंदों को अन्न या धन दान में दें। यदि आप गरीबों को वस्त्रों का दान करते हैं तो और भी फलदायी होता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है और आत्मिक शांति मिलती है। इस दिन चंदन, फल, फूल और वस्त्र का दान करना विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसके अलावा, इस दिन बर्तन, वस्त्र, और अन्न का दान भी किया जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर सत्यनारायण की कथा का पाठ करें
यदि आप कार्तिक पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण कथा का पाठ करें तो यह अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन सत्यनारायण कथा पढ़ने या सुनने से आपके जीवन में आने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है और आर्थिक स्थिति भी अच्छी बनी रहती है।
कार्तिक पूर्णिमा पर क्या नहीं करना चाहिए
जिस तरह से कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है उसी तरह से इस दिन कुछ काम न करें की सलाह भी दी जाती है। आइए जानें उनके बारे में विस्तार से-
कार्तिक पूर्णिमा पर न करें तामसिक भोजन
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तामसिक आहार जैसे मांसाहारी भोजन, मदिरा या अन्य वर्ज्य वस्तुओं से बचना चाहिए। इस दिन आपको शुद्ध शाकाहारी और सात्विक भोजन करना चाहिए ताकि शरीर और मन दोनों शुद्ध रहें और भगवान की कृपा बनी रहे। यदि आप इस दिन तामसिक भोजन करके पूजा करते हैं तो वो स्वीकार्य नहीं माना जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर बिना वजह झगड़े और विवाद से बचें
कार्तिक पूर्णिमा के दिन आपको किसी से भी विवाद या झगड़ा नहीं करना चाहिए। मुख्य रूप से इस दिन पति-पत्नी को आपसी कलह से बचना चाहिए।
इस दिन आपको आक्रामकता, क्रोध या चिड़चिड़ेपन से भी बचना चाहिए। इस दिन मानसिक शांति और आत्म संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है, क्योंकि यह दिन भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करने और आत्मिक उन्नति के लिए शुभ माना जाता है।
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कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून न काटें
ऐसी मान्यता है कि आपको कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाल या नाखून नहीं काटने चाहिए। ऐसा करने से आपको इसके नकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं और यदि आप इसके बाद पूजन करते हैं तो वो स्वीकार्य नहीं होता है। यही नहीं आपको इस दिन किसी वृक्ष की कटाई भी नहीं करनी चाहिए, बल्कि यदि आप नए पौधे लगाती हैं तो ज्यादा शुभ हो सकता है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन यदि आप यहां बताए नियमों का पालन करती हैं तो आपको शुभ फल प्राप्त होते हैं और जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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