ज्योतिष में पितृ दोष एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। ऐसा माना जाता है कि यह उन पूर्वजों की अस्थिर आत्माओं से उत्पन्न होता है जिन्हें उनके जीवनकाल या मृत्योपरांत अनुष्ठानों के दौरान उचित रूप से संतुष्ट नहीं किया गया था।
इसका मतलब यह हुआ कि जब किसी मृतक का अंतिम संस्कार या उससे जुड़े किसी भी अन्य संस्कार को ठीक से निभाया नहीं जाता है तो आपके घर में पितृ दोष लग सकता है। इसकी वजह से आपके घर में आस्तिक समस्याओं से लेकर कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कई बार आपके घर में बिना वजह परेशानियां आने लगती हैं और इनका कारण पता कर पाना मुश्किल होता है। दरअसल यह आपके घर का पितृ दोष ही हो सकता है।
कई ऐसे संकेत हैं जो आपके घर में मौजूद पितृ दोष का संकेत देते हैं। यही नहीं यह भी मान्यता है कि पितृ पक्ष या उससे पहले आपके घर में घटने वाली कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जो घर में पितृ दोष का संकेत देती हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें कि कौन से संकेत बताते हैं कि आपके घर में पितृ दोष है और आपको उसे जल्द ही दूर करने की जरूरत है।
घर में अचानक से पीपल का पौधा निकलना
यदि आपके घर में पितृ पक्ष से कुछ दिन पहले ही पीपल का पौधा निकल आता है और आप इसका कारण नहीं जान पाते हैं तो ये पितृ दोष का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। यदि यह पौधा आपके घर की दक्षिण दिशा में निकलता है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपके पूर्वज आपसे किसी बात पर नाराज हैं और आपको जल्द ही पितृ दोष से मुक्ति के उपाय खोजने की जरूरत है।
आपको घर में निकले हुए पीपल को घर से हटाकर किसी मंदिर में लगा देना चाहिए, जिससे इसके नकारात्मक प्रभाव कम हो जाएं और ज्योतिष की सलाह से पितृ दोष दूर करने के उपाय आजमाने चाहिए।
तुलसी के पौधे का अचानक से सूखना
तुलसी का पौधा भारतीय संस्कृति में पवित्र और शुभ माना जाता है। इसे देवी तुलसी का स्वरूप समझा जाता है, और घर में इसका होना सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक होता है। लेकिन यदि आपके घर में लगा तुलसी का पौधा अचानक से सूखने लगे, तो इसे पितृ दोष का संकेत माना जा सकता है। पितृ दोष वह स्थिति होती है जब पूर्वजों की आत्माएं असंतुष्ट होती हैं और उनकी अधूरी इच्छाएं घर में दोष का कारण बनती हैं।
घर के आस-पास कुत्ते का रोना
ऐसा माना जाता है कि यदि आपके घर में पितृ पक्ष से ठीक पहले कुत्ते के रोने की आवाजें आती हैं तो ये पितृ दोष का कारण हो सकता है। घर के आस-पास कुत्ते के रोने की आवाजें आना आमतौर पर एक सामान्य घटना हो सकती है।
यह घटना पितृ पक्ष से ठीक पहले हो रही हो, तो इसे पितृ दोष का संकेत माना जा सकता है। मुख्य रूप से कुत्ते का रोना, खासतौर पर नकारात्मक ऊर्जाओं या अशांत आत्माओं की उपस्थिति का संकेत हो सकता है। जब घर में पितृ दोष होता है तो आपके घर में बार-बार कुत्ते के रोने की आवाजें आती हैं।
अगर पितृ पक्ष से तुरंत पहले आपके घर में भी इनमें से कोई भी घटना होती है तो ये पितृ दोष का संकेत हो सकता है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Images:Freepik.com
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों