herzindagi
ayurvedic tips for postnatal care

आयुर्वेद के अनुसार डिलीवरी के बाद नई मां को फॉलो करने चाहिए ये टिप्स

प्रेग्नेंसी के बाद नई मां का ख्याल रखा जाना बहुत जरूरी है।&nbsp; आयुर्वेद, नई मां की अच्छी सेहत और सही रिकवरी के लिए कई टिप्स को फॉलो करने की सलाह देता है। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-05-16, 16:24 IST

प्रेग्नेंसी के दिनों में किसी भी महिला की सही देखभाल जितनी आवश्यक है उतनी ही डिलीवरी के बाद भी है। डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाएं अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं जो जच्चा-बच्चा दोनों के लिए सही नहीं है। डिलीवरी के बाद महिलाओं का शरीर कमजोर हो जाता है। ऐसे में अगर उन्हें सही केयर न मिले तो उनका स्वास्थ्य गिरने लगता है। डिलीवरी के बाद का रिकवरी पीरियड किसी भी नई मां के लिए बहुत मायने रखता है। इस दौरान कोई भी महिला कई तरह के शारीरिक बदलावों से गुजर रही होती है। साथ ही पोस्टपार्टम डिप्रेशन भी कई बार नई मां के लिए परेशानी पैदा करता है।

आयुर्वेद के अनुसार, डिलीवरी के बाद महिलाओं को पूरा आराम मिलना चाहिए और उन्हें कोई भी मुश्किल काम नहीं करना चाहिए। इन दिनों में डाइट कैसी होनी चाहिए, एक्सरसाइज करनी चाहिए या नहीं, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इन सभी चीजों के बारे में आयुर्वेद में कुछ टिप्स बताए गए हैं। इन टिप्स के बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर नीतिका कोहली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से जानकारी शेयर की है।

ऐसी होनी चाहिए डाइट

postnatal care in ayurveda

डिलीवरी के बाद महिलाओं को अपनी डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए। डाइट में फल और हरी पत्तेदार सब्जियों की अधिकता होनी चाहिए। नई मां का आहार ऐसा होना चाहिए जो पोषक तत्वों से भरा हो और पचाने में भी आसान हो। हाइ़ड्रेशन पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है। ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में सहायता करने वाले फूड्स को भी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

अभ्यंग क्रिया जरूर करें

आयुर्वेद के अनुसार, नई मां के लिए अभ्यंग बहुत जरूरी है। इसमें गुनगुने तेल से महिलाओं के शरीर पर मालिश की जाती है। इससे शरीर में ताकत भी बनी रहती है और बॉडी का तापमान भी मेंटेन रहता है।

पेल्विक फ्लोर से जुड़ी एक्सरसाइज

आयुर्वेद नई मां को पेल्विक फ्लोर से जुड़ी कुछ एक्सरसाइज भी करने की सलाह देता है जिससे रिकवरी जल्दी हो सके और पेल्विक फ्लोर को मजबूती मिल सके। हालांकि किसी भी एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि डिलीवरी के बाद आपका स्वास्थ्य कैसा है और क्या कुछ आप कर सकती हैं, इस बारे में आपकी डॉक्टर आपको बेहतर जानकारी दे सकती है।

यह विडियो भी देखें

यह भी पढ़ें-डिलीवरी के 4 हफ्ते बाद आपको भी हो रहा है डिप्रेशन तो जानें कारण

यहां देखें एक्सपर्ट का पोस्ट

View this post on Instagram

A post shared by Dr Nitika Kohli | MD Ayurveda (@drnitikakohli)

मेडिटेशन भी है जरूरी

after delivery care for mother

डिलीवरी के बाद शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। पोस्टपार्टम डिप्रेशन भी काफी आम है। ऐसे में आयुर्वेद नई मां को मेडिटेशन करने की सलाह देता है। मेडिटेशन से स्ट्रेस दूर होता है और मूड स्विंग्स भी कम होते हैं।

यह भी पढ़ें-Quick Guide: ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली नई मां के लिए कुछ टिप्‍स

अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

Image Credit:Freepik

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।