इन्वर्टर की बैटरी में खुद ही रिफिल करती हैं पानी? भूल से भी ना करें ये 4 गलतियां...वरना लग जाएगा हजारों का चूना

How To Fill Water in Inverter Battery: आजकल बिजली के बिना एक मिनट में गुजारना मुश्किल हो चुका है। ऐसे में लोग बैकअप के लिए इन्वर्टर जरूर रखते हैं। इन्वर्टर की बैटरी में पानी भरना पड़ता है। हालांकि, इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालते हुए एक छोटी सी गलती भी उसे खराब कर सकती है। आइए जानें, इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालते हुए, किन बातों का ख्याल रखना चाहिए? 
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-06-25, 17:15 IST
How To Fill Water in Inverter Battery

How Much Water To Fill in Inverter Battery: आजकल लोगों को हर वक्त सुख-सुविधाओं के बीच रहने की आदत हो चुकी है। ऐसे में बिना बिजली के गुजारा करना तो नामुमकिन-सा लगता है। इलेक्ट्रिसिटी थोड़ी देर के लिए भी चली जाए, तो लोग परेशान हो जाते हैं। गर्मियों और बारिश के मौसम में बिजली सबसे ज्यादा जाती है। ऐसे में लोग बैकअप के लिए इन्वर्टर रखते हैं। बिजली के सप्लाई हर समय बनाए रखने के लिए लोग इन्वर्टर यूज करते हैं।

बैटरी में पानी डालना बहुत ही जरूरी होता है। बैटरी में पानी रिफिल करते हुए, आपको भूल से भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। अगर आप भी इन्वर्टर यूज करते हैं, तो आपको बैटरी में पानी डालते हुए गलतियां नहीं करनी चाहिए। आइए जानें, इन्वर्टर की बैटरी में पानी रिफिल करते हुए, कौन-सी गलती ना करें?

बैटरी में पानी का लेवल जरूर करें चेक

अगर बैटरी में पानी ना डाला जाए, तो वो सुखकर खराब हो सकती है। इसके साथ ही इससे आग लगने का भी खतरा रहता है। अगर आप नियमित तौर पर बैटरी का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको हर 45 दिन में इन्वर्टर बैटरी के पानी का लेवल चेक करना चाहिए। अगर वाटर इंडिकेटर का रंग लाल दिख रहा है, तो उसे रिफिल कर दें। अगर हरा सिग्नल दिख रहा है, तो पानी डालने की जरूरत नहीं है।

डिस्टिल्ड वाटर ही डालें

Add distilled water only

इन्वर्टर की बैटरी में हमेशा डिस्टिल्ड वाटर ही डालना चाहिए। बैटरी में नल या आरओ से शुद्ध किए पानी को डालने की भूल ना करें। इनमें कुछ ऐसी अशुद्धियां होती हैं, जो बैटरी को खराब कर सकती हैं। बैटरी के लिए डिस्टिल्ड वाटर आप ऑनलाइन मंगा सकते हैं।

जरूरत से ज्यादा पानी ना डालें

ज्यादा पानी डालने से भी इन्वर्टर खराब हो सकता है। बैटरी पर पानी का लेवल जांचने के लिए निशान बने होते हैं। पानी डालते हुए हरे निशान को क्रॉस ना करें। ज्यादा पानी डालने से इन्वर्टर में इस्तेमाल होने वाला एसिड पतला हो सकता है। इसका असर इन्वर्टर की कार्यक्षमता पर पड़ता है।

पानी डालने के तुरंत बाद ना चलाएं इन्वर्टर

Do not turn on the inverter immediately after adding water

बैटरी में पानी डालते ही उसे तुरंत इस्तेमाल करने की गलती ना करें। इससे बैटरी डैमेज भी हो सकती है। पानी रिफिल करने के 3-4 घंटे चार्ज करने के बाद ही बैटरी इस्तेमाल करें।

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Image Credit: freepik

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