डॉक्टर अगर इलाज में लापरवाही करें तो क्या आप कोई एक्शन ले सकती हैं? जानें क्या है कानूनी अधिकार

'हम समय पर पहुंच गए थे पर डॉक्टर ने ध्यान नहीं दिया...अगर डॉक्टर से समय पर देख लिया होता तो आज...' यह बेहद दुखद है लेकिन हमारे देश में न जाने कितने लोगों के दिल में ऐसी की कहानी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अगर डॉक्टर इलाज में लापरवाही करे तो आपके पास कोई कानूनी अधिकार है?
image

'काश उस दिन डॉक्टर ने लापरवाही में गलत इलाज न किया होता तो आज पापा हमारे साथ होते...' उफ्फ ये सुनने और पढ़ने में ही कितना दुखद लगता है। जरा सोचिए जिन परिवारों पर ऐसा कुछ बीतता है, उन्हें इससे निकलने में कितना वक्त लगता है। लेकिन यह सच है कि डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही यानी मेडिकल नेंग्लिजेंस के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। अगर आपके साथ या आपके किसी अपने के साथ ऐसा होता है तो ऐसी स्थिति में आपके पास क्या कानूनी अधिकार होते हैं, चलिए एक्सपर्ट से जान लेते हैं। इस बारे में हमने सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता कमलेश जैन जी से बात की।

डॉक्टर अगर इलाज में लापरवाही करें तो आपके पास क्या हैं कानूनी अधिकार?

Doctor negligence patient rights

डॉक्टर्स पर हम आंख बंद करके भरोसा करते हैं। लेकिन, कई बार यह भरोसा टूट जाता है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में हर साल इलाज में लापरवाही यानी मेडिकल नेग्लिजेंस के कई मामले सामने आते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है, तो आपको इसे इग्नोर करने की जरूरत नहीं है। आपके पास कानूनी अधिकार हैं। जिनसे न केवल आपको मुआवजा मिल सकता है, बल्कि इंसाफ और गलती करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्यवाही का भी अधिकार है। इस बारे में हमने सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता कमलेश जैन जी से बात की और उन्होंने बताया कि डॉक्टर अगर इलाज में लापरवाही करे यानी मामला मेडिकल नेग्लिजेंस का हो तो कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। हर राज्य में एक मेडिकल काउंसिल होती है। इलाज सही न मिलने पर वहां भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।

यह है एक्सपर्ट की राय

expert

क्या होती है मेडिकल नेग्लिजेंस?

Legal rights against medical negligence
  • इसे आसान भाषा में आप ऐसे समझ सकती हैं कि हमारे कानून के अनुसार, मरीज का सही इलाज पूरी इमानदारी, निष्ठा और समझदारी से करना डॉक्टर की जिम्मेदारी है। अगर डॉक्टर सही तरह से इसे न निभाए, तो यह कानूनी रूप से गलत है।
  • बीमारी की पहचान सही तरह से न करना या बीमार का गलत इलाज करने को मेडिकल नेग्लिजेंस कहा जाता है।
  • सर्जरी गलत करना, इमरजेंसी होने पर भी सही तरह से ध्यान न देना और फॉलो अप को सही से न करना डॉक्टर की लापरवाही में गिना जाता है।
  • आप अस्पताल के शिकायत निवारण प्राधिकरण के पास या स्थानीय मेडिकल काउंसिल के पास शिकायत कर सकते हैं।


यह भी पढ़ें- क्या तलाक के वक्त कितना भी गुजारा भत्ता मांग सकती है पत्नी? जानें क्या कहता है कानून

आप इस बारे में क्या सोचते हैं, हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP