Shrai Koti Mata Temple: भारत का वो रहस्यमयी मंदिर, जहां पति-पत्नी दर्शन के लिए नहीं जा सकते हैं एक साथ.. जानिए इसके पीछे की वजह

Shrai Koti Mata Temple: श्राई कोटि माता मंदिर भारत के उन चुनिंदा मंदिरों में से एक है जो अपनी अनूठी परंपराओं और मान्यताओं के लिए विशेष पहचान रखता है। यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान भी है जो हमें भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं की गहराई से परिचित कराता है। आइए इस आर्टिकल में हम आपको श्राई कोटि माता मंदिर के बारे में विस्तार से बताते हैं।
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Shrai Koti Mata Mandir: भारत मंदिरों का देश है। यहां हर मंदिर की अपनी अनोखी कहानी और मान्यता है। देश में कई ऐसे मंदिर भी हैं, जो अपनी अनूठी परंपराओं और मान्यताओं के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है और उसकी एक अलग ही पहचान है। भारत के इन्हीं मंदिरों में श्राई कोटि माता मंदिर भी शामिल है, जहां पति-पत्नी एक साथ दर्शन के लिए नहीं जा सकते हैं। दरअसल, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर तहसील में स्थित एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर है, जहां शादीसुदा कपल को एक साथ दर्शन करने के लिए प्रवेश नहीं दिया जाता है। यह मंदिर सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही मशहूर नहीं है, बल्कि इस अनोखी परंपरा के लिए भी खास माना जाना जाता है कि यहां विवाहित जोड़े एक साथ देवी के दर्शन नहीं कर सकते हैं।

यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन इसके पीछे एक प्राचीन पौराणिक कथा जुड़ी हुई है, जो इस मंदिर को और भी विशेष बनाती है। मान्यता है कि अगर कोई पति-पत्नी इस नियम का उल्लंघन करते हुए एक साथ मंदिर में प्रवेश कर देवी के दर्शन करते हैं, तो उनके वैवाहिक जीवन में मुश्किलें आ सकती हैं या वे एक-दूसरे से अलग हो सकते हैं। आइए, इस रहस्यमयी मंदिर के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके पीछे की वजह को भी समझेंगे।

श्राई कोटि माता मंदिर कहां है?

Shrai koti mandir

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में, निरमंड उपमंडल के अंतर्गत, पहाड़ी वादियों के बीच स्थित है श्राई कोटि माता मंदिर है। यह मंदिर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है, जो इसे और भी रहस्यमयी बना देता है। मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है, जिन्हें स्थानीय लोग 'कोटि माता' के नाम से पूजते हैं।

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श्राई कोटि माता मंदिर में पति-पत्नी एक साथ क्यों नहीं जा सकते हैं?

इस मंदिर की अनूठी परंपरा सीधे तौर पर भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र, कार्तिकेय से जुड़ी हुई है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कार्तिकेय ने आजीवन विवाह न करने का दृढ़ संकल्प लिया था। जब यह बात माता पार्वती को पता चली, तो वे अपने पुत्र के इस निर्णय से अत्यंत क्रोधित हुईं। अपनी नाराजगी में, माता पार्वती ने श्राप दिया कि जो भी पति-पत्नी इस विशेष स्थान पर एक साथ उनके दर्शन करेंगे, वे एक दूसरे से अलग हो जाएंगे। यह मान्यता है कि इसी प्राचीन श्राप के कारण आज भी श्राई कोटि माता मंदिर में पति और पत्नी एक साथ पूजा नहीं करते हैं। इस सख्त नियम के बावजूद, देश के कोने-कोने से विवाहित जोड़े माता का आशीर्वाद लेने आते हैं। लेकिन वे हमेशा इस परंपरा का सम्मान करते हुए अलग-अलग होकर ही मां के दर्शन करते हैं। पहले एक साथी अंदर जाकर प्रार्थना करता है, और फिर दूसरा। वे ऐसा करके अपने सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हैं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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श्राई कोटि माता मंदिर की पौराणिक कथा

Shrai kota mandir im himachal

इस अनोखी परंपरा के पीछे एक प्राचीन पौराणिक कथा है जो स्थानीय लोककथाओं और मान्यताओं में गहराई से समाई हुई है। पौराणिक कथा के अनुसार, मान्यता है कि सतयुग में जब देवी दुर्गा महिषासुर नामक राक्षस का वध करने के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं, तब उन्होंने विभिन्न रूपों में युद्ध किया। महिषासुर के साथ उनका भीषण युद्ध चल रहा था और इसी दौरान उन्हें कुंवारी शक्ति की आवश्यकता महसूस हुई। कथा के अनुसार, देवी दुर्गा ने महिषासुर से युद्ध करते समय अपनी शक्ति को दो हिस्सों में विभाजित किया। एक हिस्सा उनकी कुंवारी शक्ति का था, जो केवल अविवाहित या कुंवारी कन्याओं द्वारा ही पूजी जा सकती थी। इसी कुंवारी शक्ति का प्राकट्य श्राई कोटि में हुआ और यहां उन्हें 'कुंवारी माता' के रूप में पूजा जाने लगा।

श्राई कोटि माता मंदिर में देवी अपने कुंवारी रूप में विराजमान हैं, इसलिए यह मान्यता है कि यहां विवाहित जोड़े, विशेषकर पति-पत्नी, एक साथ दर्शन नहीं कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि यदि कोई विवाहित जोड़ा एक साथ मंदिर में प्रवेश करता है और देवी के दर्शन करता है, तो देवी अपने कुंवारी रूप में इसे 'अपमान' मान सकती हैं। इसका परिणाम उनके वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। यह माना जाता है कि ऐसा करने से उनके रिश्ते में दरार आ सकती है या वे एक-दूसरे से अलग हो सकते हैं।

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Image credit- Freepik


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