Class 12 Student Killed By Jilted Lover: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 12वीं की एक छात्रा को अस्पताल के अंदर घुसकर सरेआम एक लड़के ने चाकुओं से गोद डाला। घटना 27 जून 2025 की है। इस पूरी घटना का खुलासा सीसीटीवी फुटेज के जरिए हुआ। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता की हत्या उसके एक्स लवर ने की है। दोनों के रिश्ते में किसी तरह की अनबन के कारण लड़की रिश्ते को खत्म करना चाहती थी, लेकिन उसके सनकी आशिक को ये मंजूर नहीं था। ना कहने पर उसने लड़की की हत्या कर दी। क्या आज के इस मॉर्डन कहे जाने वाले जमाने में भी एक लड़की को ना कहने का हक नहीं है? अगर ना कहा तो क्या उसे मौत के घाट ही उतारा जाएगा? कब तक समाज में लड़कियों को इस तरह प्रताड़ित किया जाएगा?
क्या है एमपी मर्डर केस का पूरा मामला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नरसिंहपुर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर के बाहर पीड़िता संध्या चौधरी पर उसके एक्स लवर अभिषेक कोष्टी ने चाकू से वार किया और उसकी हत्या कर दी। पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई। अस्पताल के कर्मचारी, मरीज और अन्य लोग चुपचाप तमाशबीन बने इस पूरी घटना को देखते रहे। किसी ने भी पीड़िता को बचाने की कोशिश नहीं की, बल्कि कुछ महान लोगों ने केवल घटना का वीडियो बनाना ही सही समझा।
सुरक्षा गार्ड्स की मौजूदगी में हुई घटना
पीड़िता अपनी किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए अस्पताल आई थी। जिस वक्त यह घटना हुई, उस वक्त अस्पताल में सुरक्षा गार्ड भी मौजूद थे। समाज की ये चुप्पी ना जाने कितनी ही संध्या की जान ले रही है। सड़क पर तमाशबीन बने लोगों के आगे दिनदहाड़े इस तरह की घटना होना कोई आम बात नहीं है। इस घटना से इस तरह के मनचले लड़कों को लड़कियों के साथ कुछ भी करने का लाइसेंस मिल जाता है। किसी ने एक बार मदद का हाथ नहीं बढ़ाया ना ही किसी ने पुलिस को बुलाने की कोशिश की। क्या इतनी बड़ी भीड़ एक लड़के को हत्या करने से नहीं रोक पाती?
हत्या करके आसानी से भाग निकला सनकी आशिक
अभिषेक बहुत ही आसानी से दिन के उजाले में सबके बीच एक लड़की की हत्या करके अपनी बाइक से भाग निकला। किसी ने उसे रोकने की भी हिम्मत नहीं की। समाज का ये रैवेया बेटियों की सुरक्षा के कमजोर ढांचे को दिखाता है। ये दिखाता है कि समाज केवल लड़कियों पर शादी और बच्चे का दबाब बनाने के लिए मुंह खोल सकता है। समाज सिर्फ लड़कियों को बोझ कहने और उन्हें इज्जत के नाम पर चार दीवारी में कैद करने के लिए मुंह खोल सकता है। संध्या के साथ जो हुआ, वो भारत की किसी भी बेटी के साथ हो सकता है। जरूरत है विचार की। लोगों की सोच में बदलाव की और इस तरह के सनकी लड़कों को सजा दिलवाने की, जो लड़कियों को अपना खिलौना समझते हैं। जो ये सोचते हैं कि लड़की उनके हिसाब से रहे। इस मामले पर आपके क्या विचार हैं, हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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Image Credit: freepik/her zindagi
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