आजकल के बच्चे पढ़ाई-लिखाई और अपने छोटे-मोटे खर्चे खुद ही संभालने लगे हैं। वे कम उम्र में ही फाइनेंशियल मैनेजमेंट और बचत करना सीख रहे हैं। ऐसे में माता-पिता कई बार बच्चों को ज्यादा पैसे देने से झिझकते हैं, क्योंकि उन्हें डर रहता है कि कहीं बच्चे ज्यादा खर्च न कर दें।
इसलिए, आज के डिजिटल जमाने में माता-पिता अपने बच्चों को ऐड-ऑन कार्ड (Add-on Card) या स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिलवाने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन यह कार्ड देने से पहले आपको यह जरूर जान लेना चाहिए कि यह कैसे काम करता है, इसके क्या फायदे हैं और इसका इस्तेमाल कहां होता है।
ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड क्या होता है?
यह एक ऐसा कार्ड होता है जिसे कोई बैंक किसी स्टूडेंट को दे सकता है, लेकिन यह कार्ड उनके माता-पिता के क्रेडिट कार्ड से जुड़ा होता है। इसका मतलब है कि स्टूडेंट को एक अलग कार्ड मिलता है, जिससे वह खुद खर्च कर सकता है, लेकिन उसकी खर्च करने की लिमिट माता-पिता तय कर सकते हैं।
ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड से स्टूडेंट जो भी खर्च करते हैं, उसका भुगतान माता-पिता को ही करना पड़ता है। आमतौर पर माता-पिता यह कार्ड तब देते हैं, जब बच्चा 18 साल का नहीं होता और खुद कोई कमाई नहीं कर रहा होता। उदाहरण के लिए, अगर माता-पिता के क्रेडिट कार्ड की लिमिट 50,000 रुपये है और उन्होंने बच्चे को ऐड-ऑन कार्ड दिया है, तो माता-पिता के साथ-साथ बच्चा मिलकर 50,000 के अंदर ही खर्च कर सकता है।
इसे भी पढ़ें- एक-दो नहीं कई तरह के होते हैं क्रेडिट कार्ड? जानें किससे मिलता है क्या फायदा
कौन ले सकता है ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड?
ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड पाने के लिए कुछ शर्तों का पालन करना जरूरी होता है।
- जिस बच्चे के नाम कार्ड जारी करवाना है, उसकी उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए। हालांकि, कुछ बैंक 15 साल से ऊपर के बच्चों को भी ऐड-ऑन कार्ड देते हैं।
- यह कार्ड उन्हीं को मिल सकता है, जिनके माता-पिता या भाई-बहन के पास पहले से क्रेडिट कार्ड हो।
- ऐड-ऑन कार्ड पाने के लिए स्टूडेंट के पास आईडी प्रूफ और रिलेशनशिप प्रूफ होना जरूरी है।
ऐड-ऑन कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर माता-पिता अपने बच्चे के लिए ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं, तो भारत के सभी बैंक यह सुविधा देते हैं।
- सबसे पहले माता-पिता को बैंक जाकर या ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा।
- एप्लीकेशन फॉर्म के साथ आपको अपने बच्चे यानी ऐड-ऑन कार्ड यूजर के KYC डॉक्युमेंट देने होंगे। इसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल होती है।
- आपको बैंक को यह भी बताना होगा कि आपका और ऐड-ऑन कार्ड यूजर का रिश्ता क्या है। इसके अलावा, बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट भी दिखाना पड़ता है, जिसमें दोनों के नाम लिखे होते हैं।
- यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है और आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो यह कार्ड जल्दी अप्रूव होकर आपको मिल सकता है।
इसे भी पढ़ें- क्या आप भी पति, भाई, बेटी या किसी दोस्त को देती हैं अपना क्रेडिट कार्ड? रुक जाइए जरा, पड़ सकता है भारी
छात्रों के ऐड-ऑन क्रेडिट कार्ड की खास बातें
- सबसे अच्छी बात यह है कि ऐड-ऑन कार्ड क्रेडिट कार्ड से अलग नहीं होता। बच्चे, माता-पिता के क्रेडिट कार्ड की लिमिट के हिसाब से ही खर्च कर सकते हैं और माता-पिता बच्चे के खर्चों पर नजर भी रख सकते हैं।
- स्टूडेंट्स के पास ऐड-ऑन कार्ड होता है, लेकिन उसका सारा खर्च मुख्य क्रेडिट कार्ड के बिल में ही जुड़ता है।
- आजकल कई बैंक ऐड-ऑन कार्ड के लिए कस्टम लिमिट सेट करने की सुविधा भी दे रहे हैं। इसका मतलब है कि माता-पिता कार्ड पर खर्च की सीमा तय कर सकते हैं।
- इसके अलावा, जिनके बच्चे बाहर या विदेश पढ़ने गए हैं, तो माता-पिता ऐड-ऑन कार्ड को कुछ खास खर्चों के लिए ही सीमित भी कर सकते हैं।
हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों