आज के समय में लोग अपनी पैसों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन ले रहे हैं। जब कभी मेडिकल इमरजेंसी , बच्चों की शादी, विदेश घूमने जाने या घर की मरम्मत के लिए पैसों की जरूरत होती है, तो लोग पर्सनल लोन लेना पसंद करते हैं। यह एक ऐसा लोन होता है जिसे आप बिना किसी संपत्ति या गारंटी के ले सकते हैं। आप पर्सनल लोन बैंकों या किसी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) से ले सकते हैं।
लोन देने से पहले कंपनियां आपके इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल किए गए दस्तावेजों को देखकर यह जांचती हैं कि क्या आप समय पर लोन चुका पाएंगे? लोन अप्लाई करते समय ITR एक ऐसा दस्तावेज बन जाता है जो बताता है कि आपकी इनकम कितनी है और आपने टैक्स भरने की जिम्मेदारी कैसे निभाई है। ऐसे में मन में सवाल आता है कि पर्सनल लोन के लिए कितने साल का ITR होना चाहिए? आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले हैं कि पर्सनल लोन अप्लाई करते समय ITR की जरूरत क्यों होती है।
ITR क्या होता है और पर्सनल लोन में इसकी जरूरत क्यों पड़ती है?
इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) एक ऐसा दस्तावेज होता है, जिसके जरिए आप हर साल सरकार को बताते हैं कि आपने कितनी कमाई की है, उस पर कितना टैक्स दिया है और आपने कहां-कहां इन्वेस्टमेंट किया है। यह फॉर्म भरकर आप आयकर विभाग को जमा करते हैं।
वहीं, जब आप पर्सनल लोन लेने जाते हैं, तो बैंक आपसे ITR मांगती है क्योंकि इससे उसे आपकी आर्थिक स्थिति के बारे में पता चलता है। लोन देने से पहले बैंक ITR से जांचती है कि आपकी इनकम कितनी है और क्या यह लगातार होती है। साथ ही, यह भी पता चलता है कि आप टैक्स देते हैं या नहीं।
अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो बैंक आपकी सैलरी स्लिप और फर्म 16 चेक कर सकता है। लेकिन अगर आप खुद का बिजनेस या कोई प्रोफेशनल काम करते हैं, तो आपकी इनकम का मुख्य सबूत ITR ही होता है।
पर्सनल लोन के लिए कितने साल का ITR होना जरूरी है?
अगर आप पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो अधिकतर बैंक या लोन कंपनियां आपसे कम से कम 2 या 3 साल तक का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) मांग सकती हैं।
किन लोगों को पर्सनल लोन के लिए ITR की जरूरत होती है?
- नौकरीपेशा वालों को1-2 साल का ITR दिखाना होता है। अगर आपके पास सैलरी स्लिप और फ़ॉर्म 16 है, तो आपको कुछ मामलों में ITR देने की जरूरत नहीं होती है।
- बिजनेस करने वाले और प्रोफेशनल काम करने वालों को2 से 3 साल का ITR देना जरूरी होता है।
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2-3 साल का ITR क्यों ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है?
जब आप बैंक या लोन कंपनी से पर्सनल लोन लेने जाते हैं, तो वे जानना चाहते हैं कि आप उन्हें समय पर पैसा लौटा पाएंगे या नहीं। इसलिए वे आपसे 2 से 3 साल का ITR मांगते हैं।
- अगर हर साल आपकी इनकम बदलती रहती है, तो बैंक को शक हो सकता है कि आप लोन की EMI समय पर नहीं भर पाएँगे। लेकिन, अगर आप पिछले 2 से 3 साल तक का ITR दिखाते हैं, तो बैंक को आप पर भरोसा हो जाता है।
- अगर आप खुद का काम करते हैं, तो ITR ही आपके बिजनेस ग्रोथ और उसकी स्टेटस को बताने का सबूत होता है। वहीं, अगर आपके ITR में पिछले 2-3 साल से प्रॉफिट दिख रहा होता है, तो लोन देने वालों को लगता है कि आपका काम अच्छा चल रहा है और आप समय पर लोन चुका पाएंगे।
- अगर आप 2 से 3 साल तक के ITR दस्तावेज दिखा देते हैं, तो बैंक या लोन कंपनियां आपको जिम्मेदार और अनुशासित इंसान मानती हैं। बैंक को लगता है कि आप लोन समय पर चुका देंगे।
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Image Credit - freepik
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