गुड़हल का पौधा अगर आपके घर में लगा हुआ है और यह दिखने में हरा-भरा तो है, लेकिन उसमें फूल या कलियां नहीं आ रही हैं, तो इससे मन का उदास होना जायज है। गुड़हल के पौधे के साथ ऐसा अक्सर सही पोषण न मिलने या गलत देखभाल के कारण होता है कि पौधे फूल देना ही बंद कर देता है। इसके लिए कई लोग महंगे रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करते हैं, जो कि उतना कारगर सिद्ध नहीं होता है। ऐसे में, अगर हम आपसे कहें कि आप रसोई में ही मौजूद कुछ कचरे का इस्तेमाल करके अपने पौधे को गुड़हल के फूलों से भरा हुआ देख सकती हैं, तो कैसा रहेगा? जी हां, आपने सही सुना! आपकी रसोई से निकलने वाले कुछ ऐसे ऑर्गेनिक वेस्ट हैं, जिन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करने पर वे आपके गुड़हल के पौधे के लिए खाद का काम कर सकते हैं। यह आपके पौधे को किसी भी तरह का नुकसान भी नहीं पहुंचाएगा। आइए, इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे किचन वेस्ट से बनी जैविक खाद के बारे में बताते हैं, जिसे पानी में मिलाकर डालने से आपका गुड़हल का गमला जल्द ही सुंदर और फूलों से लद सकता है।
गुड़हल के पौधे के लिए इन किचन वेस्ट से बनाएं खाद
गुड़हल को स्वस्थ रहने और भरपूर फूल देने के लिए पोटेशियम, फास्फोरस और नाइट्रोजन जैसे पोषक तत्वों के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्वों की भी आवश्यकता होती है। आपकी रसोई के कुछ सामान्य कचरे इन सभी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
केले के छिलके का पानी
केले के छिलके पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो फूलों के विकास और पौधों की समग्र सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसे तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले 2-3 केले के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काट लें। इन्हें 1 लीटर पानी में 24-48 घंटे के लिए भिगो दें। इस पानी को छान लें और सीधे गुड़हल के पौधे की जड़ में डालें। आप इसे हर 10-15 दिन में इस्तेमाल कर सकते हैं।
अंडे के छिलके का पाउडर
अंडे के छिलके कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो पौधों की कोशिकाओं की दीवारें मजबूत बनाने और उन्हें कीटों से बचाने में मदद करता है। इसे तैयार करने के लिए आपको अंडे के छिलकों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखा लेना है। सूखने के बाद उन्हें पीसकर बारीक पाउडर बना लें। फिर, हर महीने 1-2 चम्मच अंडे के छिलके का पाउडर गुड़हल के गमले की मिट्टी में मिलाकर हल्की गुड़ाई कर दें और फिर पानी दें।
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प्याज के छिलके का पानी
प्याज के छिलकों में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो फूलों के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। होममेड खाद बनाने के लिए कुछ प्याज के छिलकों को 1 लीटर पानी में डालकर 24 घंटे के लिए छोड़ दें। इस पानी को छानकर गुड़हल के पौधे की जड़ों में डालें। आप इसे हर 2-3 सप्ताह में इस्तेमाल कर सकते हैं।
चावल का पानी
चावल का पानी यानी जब चावल धोते हैं तो निकला हुआ पानी का इस्तेमाल करना है। इसमें स्टार्च, नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम से भरपूर होता है, जो पौधों के लिए एक शानदार टॉनिक है। चावल धोने के बाद निकलने वाले पानी को एक बर्तन में इकट्ठा कर लें। इस पानी को सीधे गुड़हल के पौधे में डालें। यह पानी तुरंत इस्तेमाल किया जा सकता है या इसे 24 घंटे के लिए फर्मेंट होने दिया जा सकता है, जिससे पोषक तत्व और भी प्रभावी हो जाते हैं। इसे सप्ताह में 1-2 बार इस्तेमाल कर सकते हैं।
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