हिंदू धर्म में ग्रहों को बहुत महत्व बताया गया है। ये ग्रह मनुष्य की जन्म कुंडली से लेकर हाथ की रेखाओं तक में मौजूद होते हैं और उनके जीवन को प्रभावित करते हैं। इन ग्रहों में एक ग्रह है 'बृहस्पति', अंग्रेजी में इसे ज्युपिटर कहा जाता है और इसका एक दूसरा नाम गुरु भी है। यह ग्रह ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रतिनिधित्व करता है। मगर इस ग्रह के मजबूत और कमजोर होने का असर आपके रिश्तों, विवाह और जीवन के अन्य पहलुओं पर भी पड़ता है।
भोपाल निवासी ज्योतिषाचार्य एवं पंडित विनोद सोनी जी से हमने जाना कि बृहस्पति ग्रह कब कमजोर होता है और एक कन्या के विवाह पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है। इस विषय पर पंडित जी कहते हैं, 'शुक्र और गुरु दो ऐसे ग्रह हैं, जो संबंधों और विवाह को प्रभावित करने के कारक होते हैं। दोनों में से एक भी ग्रह अगर कमजोर है, तो इसका गहरा असर मानव जीवन पर नजर आता है। हालांकि, बृहस्पति ग्रह को मजबूत बनाना बहुत ही आसान है।'
पंडित जी ने हमें शादी में आ रही अड़चन को दूर करने के लिए बृहस्पति ग्रह को मजबूत बनाने के उपाय बताएं हैं।
इसे जरूर पढ़ें: गृह क्लेश को दूर करने के आसान उपाय एक्सपर्ट से जानें
कमजोर बृहस्पति ग्रह की पहचान कैसे करें?
अपनी हथेलियों को गौर से देखें। आपको तर्जनी उंगली (इंडेक्स फिंगर) के नीचे गुरु पर्वत मिलेगा। पंडित जी के अनुसार इस पर्वत से व्यक्ति की महत्वाकांक्षा, नेतृत्व क्षमता और भाग्य से जुड़ी बातें पता चलती हैं। इसके साथ ही, यह पर्वत संकेत देता है कि आपकी कुंडली में बृहस्पति की क्या दशा है। आप नकारात्मक और कमजोर बृहस्पति (बृहस्पति को मजबूत बनाने के टिप्स) को 2 प्रकार से जान सकते हैं-
- अगर हथेली के गुरु पर्वत को कई रेखाएं आपस में काटती हैं, तो समझ जाएं कि बृहस्पति ग्रह का आप पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- यदि गुरु पर्वत उभरा हुआ नहीं है, तो इसका आशय है कि कुंडली में बृहस्पति बेहद कमजोर है।
कब आती है शादी में अड़चन?
जब बृहस्पति ग्रह कन्या की जन्म कुंडली में 7वें घर में हो और कमजोर हो, तो शादी में देरी, शादी में अड़चन, बार-बार शादी तय हो कर टूट जाना आदि समस्याएं आती हैं। वहीं अगर बृहस्पति कुंडली के 8वें घर में हो और कमजोर स्थिति में हो तो लड़की के ससुराल वालों से संबंध अच्छे नहीं होते हैं।
इसे जरूर पढ़ें: प्रेम संबंधों और वैवाहिक जीवन को सुखी बनाने के लिए शुक्रवार को करें ये उपाय
बृहस्पति के कमजोर होने के अन्य प्रभाव-
- यदि बृहस्पति जातक की कुंडली के पहले ही घर में कमजोर है, तो ऐसे में जातक के अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है।
- यदि बृहस्पति कुंडली के दूसरे घर में कमजोर है, तो आप प्रॉपर्टी के किसी मामले में फंस सकते हैं और ऐसा भी हो सकता है कि आपके पूर्वजों का कमाया धन आप खो दें।
- यदि आपकी कुंडली में तीसरे और 11वें घर में बृहस्पति कमजोर है, तो आपकी अपने भाई-बहनों से कभी नहीं बनेगी।
- बृहस्पति यदि 4 थे घर में कमजोर स्थिति में है, तो आपको तनाव होगा और आपकी मां की सेहत पर भी इसका असर पड़ेगा।
- 5वें घर में बृहस्पति के कमजोर होने पर आपके ज्ञान और बुद्धिमत्ता पर इसका असर पड़ेगा।
- 6वें घर में बृहस्पति के कमजोर होने से आपके अनेक दुश्मन बन जाते हैं।
- जातक की कुंडली में यदि बृहस्पति 9 वें घर पर कमजोर स्थिति में मौजूद है, तो आप अपने खराब कर्मों की वजह से किसी बुरी स्थिति में फंस सकते हैं।
- बृहस्पति के 10वें घर में कमजोर स्थिति में होने के कारण आपकी नौकरी और व्यापार पर असर पड़ता है। वहीं 12वें घर में बृहस्पति कमजोर हो, तो आप कितना भी धन कमा लें उसे जोड़ नहीं पाएंगे।

शादी में आ रही अड़चन को दूर करने के लिए बृहस्पति के उपाय जानें-
पंडित जी कहते हैं, 'पीला या पीले रंग की फैमिली के रंग बृहस्पति को आकर्षित करते हैं। इसलिए अपने जीवन में आपको इन्हें जरूर अलग-अलग तरह से शामिल करना चाहिए।'
- बृहस्पति सोने की धातु का भी प्रतिनिधित्व करता है। पंडित जी कहते हैं, 'वर्ष 2022 में बृहस्पति देश की कुंडली के 11वें घर पर मौजूद है। ऐसे में आपको वर्ष के मध्य में सोने के जेवर खरीदने चाहिए। यह आपके लिए शुभ होंगे।' जिन कन्याओं की शादी में अड़चन आ रही है, वे पीले रंग का पुखराज सोने की अंगूठी में जड़वा कर पहन सकती हैं।
- जिन कन्याओं की शादी की बात चल रही है, मगर कहीं रिश्ता तय नहीं हो पा रहा है, उन्हें अपने माथे पर केसर या चंदन का तिलक जरूर लगाना चाहिए।
- बृहस्पति देव की पूजा और व्रत करने एवं बृहस्पतिवार के दिन रोटी के साथ गाय को गुड़ खिलाने से भी शादी में आ रही अड़चन दूर होगी।
- बृहस्पति देव के बीज मंत्र 'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।' का नियमित रूप से दिन में 108 बार जाप करें। कन्या के माता-पिता घर में सत्यनारायण स्वामी की कथा का आयोजन भी कर सकते हैं। इसके लिए सबसे अच्छा दिन गुरु पूर्णिमा का रहेगा।
Recommended Video
- अश्वगंधा के टुकड़े को काले धागे में बांध कर कन्या के गले में पहना दीजिए। ऐसा करने से भी कमजोर बृहस्पति मजबूत होता है। इसके अलावा, आप गुरु यंत्र को लाल धागे में बांध कर कन्या के गले में पहना सकते हैं।
- 5 मुखी रुद्राक्ष पहनने से भी बृहस्पति देव प्रसन्न होते हैं। यदि कन्या का रिश्ता लड़के या उसके परिवार के साथ आपसी समझ में कमी की वजह से नहीं जुड़ पा रहा है, तो यह उपाय अच्छा रहेगा।
यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल्स पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।