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aaj ka suvichar 18 dec 2025

Aaj Ka Suvichar 18 Dec 2025: भागदौड़ वाली जिंदगी में शांति की तलाश है? आज का सुविचार आपकी सोच बदल देगा!

Aaj ka Suvichar 18 Dec 2025: आज की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में आंतरिक शांति का महत्व श्री श्री रवि शंकर जी का सुविचार समझा रहा है। यह विचार छात्रों और युवाओं को तनाव से बाहर निकलकर आत्मविश्वास, फोकस और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
Editorial
Updated:- 2025-12-18, 07:00 IST

आज की भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में हम अक्सर सुकून की तलाश बाहर करते हैं, लेकिन असली शांति हमारे अंदर ही छिपी है। विश्वविख्यात आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर जी का आज का यह संदेश विशेष रूप से छात्रों और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

आज का सुविचार (Aaj ka Suvichar)

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अक्सर हमें लगता है कि ध्‍यान सिर्फ वही लोग करते हैं, जो समाज छोड़कर हिमालय की कंदराओं में जा बैठते हैं, लेकिन आज के समय में ध्‍यान किसी खास जगह तक सीमित नहीं है। यह हर उस छात्र और व्यक्ति की जरूरत है, जो चिंता, डर और बेचैनी से मुक्त होकर मन की शांति चाहता है।

मन को कैसे जीतें?

कहा जाता है, 'मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।' इस चंचल मन को वश में करना आसान नहीं होता। गुरुदेव बताते हैं कि रेगुलर ब्रीदिंग एक्‍सरसाइज और ध्‍यान करने से स्‍टूडेंट अपने मन को स्थिर कर सकते हैं। जब मन हमारे वश में होता है, तब हमारी भावनाएं स्थिर होती हैं और व्यवहार में मिठास आ जाती है।

शोर के बीच स्थिर रहने की कला

जीवन की उलझनों और शोर-शराबे से भागने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि आप कहीं भी चले जाएं, आपका मन आपके साथ ही रहेगा। असली उपलब्धि तो तब है, जब आप भीड़ और शोर के बीच रहकर भी खुद को शांत रखना सीख जाएं। यही ध्यान की असली शक्ति है।

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भीतर की सुंदरता ही स्थायी है

बाहरी दिखावा और सुंदरता समय के साथ फीकी पड़ सकती है, लेकिन जो सुंदरता हमारे भीतर है, वह स्थायी है। ध्‍यान हमें उस आंतरिक गहराई से जोड़ता है। जब हम अंदर से खुश होते हैं, तब हमारी प्रसन्नता परिस्थितियों पर निर्भर नहीं रहती। हम हर हाल में मुस्कुराना सीख जाते हैं।

बच्चों जैसी मासूमियत और फोकस

आपने गौर किया होगा कि हर छोटा बच्चा सुंदर और प्यारा लगता है। इसका कारण यह है कि बच्चे पूरी तरह से 'वर्तमान' में जीते हैं और अपने आप में फोकस होते हैं। ध्‍यान हमें वापस उसी मासूमियत और फोकस की ओर ले जाता है, जो एक छात्र की सफलता के लिए सबसे जरूरी है।

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ध्‍यान खुद से जुड़ने का सबसे प्रामाणिक तरीका है। आज से ही दिन में कुछ मिनट शांत बैठकर खुद को समय दें और फिर देखें कि कैसे आपकी जिंदगी की उलझने सुलझने लगती हैं।

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