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स्त्री सिर्फ एक शरीर मात्र नहीं...प्रेमानंद महाराज जी ने इन 10 बातों के जरिए बताया क्या है असली फेमिनिज्म

प्रेमानंद जी महाराज अपने दिए गए वचन और बातों को लेकर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। उनके द्वारा कही गई बातें अधिकतर लोगों को पसंद आती है। इस लेख में आज हम आपको 10 ऐसे कोट्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें प्रेमानंद जी ने असली फेमिनिज्म का मतलब समझाया है।
Editorial
Updated:- 2025-10-14, 22:37 IST

वृंदावन के जाने-माने संत प्रेमानंद महाराज जी की पिछले कुछ दिनों से तबियत खराब चल रही है, जिसके कारण उनकी हर दिन निकलने वाली पदयात्रा बंद कर दी गई है। इनसे मिलने न केवल आम जन बल्कि जानी-मानी हस्तियां दूर-दूर से आती हैं। इनके विचार न केवल लोगों को पसंद आते हैं बल्कि वह इन्हें अपने जीवन में अपनाते भी हैं। खासतौर से आज की युवा पीढ़ी फिर चाहे वह पुरुष हो फिर महिला।

प्रेमानंद महाराज जी न केवल अपने प्रवचनों में अक्सर नारी के वास्तविक स्वरूप और महिमा पर प्रकाश डालते हैं बल्कि उनके आध्यात्मिक दृष्टिकोण से स्त्री की पहचान उसके शरीर या समाजिक पद से कहीं अधिक गहरी है। महिलाओं के अस्तित्व और उनके संबल पर काफी कुछ कहा और सुना गया है। इस लेख में आज हम आपको प्रेमानंद महाराजा जी के दस ऐसे कोट्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आप फेमिनिज्म का सही मतलब समझ सकते हैं।

प्रेमानंद महाराज जी के महिलाओं को लेकर कोट्स

empowered women societal development

  • स्त्री सिर्फ एक शरीर मात्र नहीं है,  स्त्री एक विचार है और एक शक्ति है। जिसमें वो सामर्थ्य है कि वो समाज को नई दिशा दे सके
  • महिलाओं को अपने अधिकार के लिए लड़ना आना चाहिए, जो महिला अपने अधिकार के लिए आवाज नहीं उठा सकती हैं, वह समाज को भी कभी बदल नहीं सकती हैं।

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  • महिलाओं का सशक्त होना आवश्यक है, क्योंकि, सशक्त महिला ही परिवार और समाज का उत्थान करती है। साथ ही वो अपने स्वयं के जीवन को भी संवार पाती है।
  • समाज को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। ये सिर्फ किसी महिला का अधिकार नहीं है बल्कि पूरे समाज को मिली जिम्मेदारी भी है।
  • जिस समाज में महिलाओं को बराबरी का अधिकार मिलता है। उस समाज की तरक्की में कोई बाधा नहीं होती है।
  • महिलाओं का शिक्षित होना जितना जरूरी है। उतना ही जरूरी उनका आत्मविश्वासी होना भी है, क्योंकि वही एक महिला की सबसे बड़ी शक्ति होता है।
  • हर महिला अपने आप में एक शक्ति है। यही शक्ति उन्हें अपनी पहचान बनाने में मदद करती है। इसी शक्ति की वजह से दुनिया में बड़े बदलाव आते हैं।
  • जो महिला आगे बढ़ने के सपने देखती है और उस सपने को पूरा करने के लिए जी जान से मेहनत करती है। वही सफलता की नई परिभाषा रचती हैं।
  • महिलाओं का स्थान सिर्फ घर पर ही नहीं है बल्कि समाज के हर क्षेत्र में स्थान रखती है।
  • महिला को अपनी शिक्षा को ही सबसे बड़ी संपत्ति मानना चाहिए क्योंकि वही महिला के जीवन को बदलने में उसकी मदद कर सकती है।

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Image Credit- Freepik

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