अंगूर खाएं और डिप्रेशन को कहें bye-bye

डिप्रेशन एक मानसिक रोग है, जो नकारात्मक विचारों और व्यवहार के कारण होती है। अगर आप डिप्रेशन से बचना चाहती हैं तो अपनी डाइट में अंगूर को जरूर शामिल करें।

Pooja Sinha

समय-समय पर निराशा महसूस करना किसी की भी लाइफ में स्वभाविक रूप से होता है। लेकिन अगर आपको इसके साथ-साथ अकेलापन और बेसहारा महसूस होने लगे तो यह डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। डिप्रेशन आपके खुशनुमा लाइफ को मुश्किल बना देता है। जी हां डिप्रेशन एक मानसिक बीमारी है, जो नकारात्मक विचारों और व्यवहार की वजह से होती है। यह मानसिक बीमारी विश्व भर में महामारी का रूप ले रही है।

हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अवसाद किस कारण से होता है, लेकिन माना जाता है कि इसमें कई चीजों की अहम भूमिका होती है। लाइफ के कुछ जरूरी पड़ाव जैसे किसी नजदीकी की मौत, नौकरी छूट जाना या शादी का टूट जाना, आमतौर पर डिप्रेशन का कारण बनते हैं। इनके साथ ही अगर आपके मन में हर समय कुछ बुरा होने की आशंका रहती है तो इससे भी डिप्रेशन में जाने का खतरा रहता है।

डिप्रेशन से बचने के लिए अंगूर खाएं

कुछ मेडिकल कारणों से भी डिप्रेशन का खतरा होता है, जिनमें एक है थायरॉयड की कम एक्टिव होना। इसके अलावा कुछ दवाओं के साइड इफेक्‍ट से भी डिप्रेशन हो सकता है। लेकिन आप परेशान ना हो क्‍योंकि अगर आप डिप्रेशन से बचना चाहती हैं तो अपनी डाइट में अंगूर को जरूर शामिल करें। क्‍योंकि अंगूर खाने से मनोविकार कम होता है।यह बात एक हालिया शोध से सामने आई है।

Read more: लाख मर्जों की एक दवा है हंसी, तो क्‍यों ना थोड़ा हंस लिया जाये

शोधकर्ताओं का कहना है कि डाइट में अंगूर को शामिल करने से आपके मेंटल हेल्‍थ पर पॉजिटिव असर पर पड़ता है, जबकि अंगूर रहित डाइट लेने वालों में निराशा व हताशा जैसे विकारों के चलते चिकित्सकों की शरण लेनी पड़ सकती है।

grapes for depression  ()

क्‍या कहती है रिसर्च

ऑनलाइन 'नेचर कम्यूनिकेशंस' में प्रकाशित शोध के नतीजे बताते हैं कि भोजन में अंगूर से मिलने वाले नैसर्गिक तत्वों से हताशा जैसे मनोविकार कम हो सकते हैं। मुख्य शोधकर्ता व New York's Unit School of Medicine में Professor Giulio Maria Pasinetti ने कहा, 'अंगूर रहित polyphenol compounds उत्तेजना से जुड़े cellular and molecular pathways को निशाना बनाता है। लिहाजा इस संबंध में की गई नई खोज से निराशा व चिंताग्रस्त लोगों का इलाज संभव हो पाएगा।'

शोधकर्ता ने बताया कि अंगूर से तैयार bioactive dietary polyphenol तनाव प्रेरित निराशा की स्थिति से बाहर निकलने में मददगार व इस रोग के इलाज में प्रभावी हो सकता है। शोध में इसका उपयोग चूहे पर किया गया और नतीजा पॉजिटीव आया। जाहिर है भोजन से जो nutrients हमारी बॉडी को मिलते है वह बीमारियों की रोकथाम के लिए ज्यादा कारगर होता है।

अंगूर के अलावा इन तीनों चीजों को खाने से भी आप डिप्रेशन को दूर कर सकती हैं। आइए जानें कौन सी है वह तीन चीजें! 

1. ब्लूबेरी

ब्लूबेरी, डार्क चॉकलेट आदि जैसे फूड में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है जो आपके मूड पर पॉजिटीव असर करते हैं।

2. दही

University of Virginia School of Medicine के शोधकर्ताओं के अनुसार दही का इस्‍तेमाल तनाव और अवसाद जैसी मानसिक बीमारियों से निपटने में मददगार हो सकता है। इसके मुताबिक दही में मौजूद प्रोबायोटिक ब्रेन पर असर करता है जिससे बार-बार मूड में बदलाव आने की समस्‍या नही होती।

3. गाजर

अवसादग्रस्त लक्षणों से लड़ने में कैरोटीन युक्त फूड जैसे गाजर, मीठे आलू आदि भी बहुत प्रभावी होते हैं।
अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल करने के अलावा आप रेगलुर एक्‍सरसाइज करके भी डिप्रेशन, चिंता और मूड में बदलाव को दूर कर सकती हैं।

Credits

Producer: Prabhjot Kaur   
Editor: Atul Tripathi

Disclaimer