आजकल कई महिलाएं पीसीओडी से पीड़ित हैं। जिसमें जवां महिलाओं से लेकर बुजुर्ग भी शामिल हैं। जी हां पीसीओडी एक ऐसी बीमारी है जो आजकल महिलाओं में बेहद ही आम पाई जाती है। पीसीओडी में, हार्मोनल असंतुलन के कारण ओवरी में छोटी-छोटी गांठ या मल्टीपल सिस्ट बन जाते हैं। जिससे बॉडी अधिक मात्रा में मेल हार्मोन पैदा होने लगते है और जिसके कारण मुंहासे और चेहरे के बाल बढ़ने लगते हैं। इस समस्या के चलते लड़कियां को पीरियड्स में भी कई तरह की प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है। कहा जाता है कि पीसीओडी का सबसे बड़ा कारण आजकल की बिजी और अन्हेल्दी लाइफस्टाइल है। बालों की असामान्य वृद्धि से लेकर वजन बढ़ने तक बहुत सारी चुनौतियों का समाना करना पड़ता है, यानि इस बीमारी के बहुत सारे साइड इफेक्ट हैं। तो क्यों ना एक्सपर्ट द्वारा बताए इन योगासनों को करके इसे कंट्रोल किया जाएं। आज हम आपको पीसीओडी में कारगर आसान योगासन के बारे में बता रहे हैं। तो फिर शुरुआत करते हैं।
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मार्जरासन
- दोनों घुटनों और दोनों हाथों को जमीन पर रखकर घोड़े की पोजिशन में खड़ी हो जाएं।
- अब रीढ़ को ऊपर की तरफ उठाते हुए सांस अंदर खींचें।
- इस दौरान सिर को ऊपर उठाए रखें।
- उसके बाद पीठ को बीच से ऊपर उठाकर सिर नीचे झुकाएं।
- अपनी नजरें नाभि पर टिकाएं।
- सांस धीरे-धीरे बाहर छोड़ें और पेट को पूरी तरह खाली कर दें।
- ऐसा 3 से 5 बार करें।
उष्ट्रासन
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- इस योग आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल खड़ी हो जाएं।
- अब सांस लेते हुए पीछे की ओर झुककर दाई हथेली को दाई एड़ी पर और बाई हथेली को बाई एड़ी पर रखें।
- ध्यान रहें कि पीछे झुकते समय गर्दन को झटका न लगे।
- इस पोजिशन में धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें।
- फिर लंबी और गहरी सांस छोड़ते हुए पहली पोजिशन में आ जाएं।
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भुजंगासन
- इस आसन को करने के लिए जमीन पर उल्टा लेट जाएं।
- दोनों हाथ, दोनों कंधों के बराबर नीचे रखें।
- अब सांस लेते हुए धीरे से माथे, फिर चेस्ट और बाद में पेट को उठाएं।
- अपनी दोनों बाजुओं पर समान भार बनाए रखें।
- अब सांस छोड़ते हुए फिर से पहली पोजिशन में आ जाएं।
योगा थेरेपिस्ट निकिता परमार का कहना हैं कि ''ये योगासन करने में बहुत ही आसान है। इसे आप अपने घर में भी कर सकती हैं। और मुझे यकीन है कि अगर आप ये योगासन रेगुलर करेंगी तो पीसीओडी जैसी बीमारी से आपको राहत मिल सकती है।''
Credits
Producer: Rohit Chavan
Editor: Anand Sarpate