herzindagi
image

सोने-चांदी से नहीं... पहले खाने की चीजों से बनते थे कलीरे! क्‍या है दुल्हन के इस खास गहने का पुराना राज?

आज हम शादी में जो झिलमिलाते कलीरे देखते हैं, वो हमेशा से ऐसे नहीं थे। इनका इत‍िहास भी बड़ा द‍िलचस्‍प है। पुराने समय में ये कलीरे खाने की चीजों से बनाए जाते थे। ये दुल्हन के लिए शुभ भी थे और उसके सफर में सहारा भी। आज हम आपको कलीरे का द‍िलचस्‍प इति‍हास बताने जा रहे हैं।
Editorial
Updated:- 2025-11-20, 09:58 IST

इन द‍िनों शाद‍ियों का सीजन चल रहा है। ये द‍िन हर दूल्‍हा-दुल्‍हन के ल‍िए बहुत खास होता है। इस खास मौके पर दुल्‍हनें बहुत सुंदर तरीके से तैयार होती हैं। लहंगा, जेवर और मेकअप, सब कुछ अच्‍छे से अच्‍छा चुनती हैं। भारत में शाद‍ियों के समय में दुल्‍हनों को आपने कलीरे भी पहनते देखा होगा। कलीरे में मोती, सीक्विन, झिलमिलाते धागे और फैब्रिक लगे होते हैं, लेक‍िन क्‍या आप जानती हैं क‍ि पहले के समय में कलीरे कैसे होते थे?

आपको पता होना चाहिए कि पुराने समय में कलीरे आजकल से बहुत अलग हुआ करते थे। ये सिर्फ सजावट के लिए नहीं थे, बल्कि दुल्हन के लिए खाने-पीने का एक छोटा-सा इंतजाम भी होते थे। पहले कलीरे खाने वाली चीजों से बनाए जाते थे। दुल्हन की नई ज‍िंदगी के लिए शुभकामना भी होते थे। आज हम आपको कलीरे का पूरा इत‍िहास बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं-

kaleera history (1)

कहानी कहां से शुरू हुई?

बहुत पहले खासकर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान में दुल्हनों को शादी के बाद अपने नए घर तक लंबा सफर तय करना पड़ता था। ना कारें थीं, ना आसान रास्ते। कई बार घंटों का सफर होता था और रास्ते में खाना-पानी मिलना भी तय नहीं था। इसीलिए दुल्हन के हाथ में खाने वाली चीजें बांधकर व‍िदा क‍िया जाता था। इसे आज हम कलीरे कहते हैं। ये कलीरे फैशन के लिए नहीं थे, बल्कि दुल्हन की सेफ्टी, हेल्‍थ और ब्‍लेस‍िंग्‍स के लिए होते थे।

इसे भी पढ़ें: शादी में महिलाएं जरूर ट्राई करें इस तरह के Jhanjhar Payal Designs, पैरों की बढ़ेगी खूबसूरती

किन-किन चीजों से बनते थे पुराने कलीरे?

  • बताशा (चीनी की बूदियां): बताशा हल्की, सस्ती और जल्दी खराब न होने वाली मिठाई होती है। इसे कलीरों में इसलिए बांधा जाता था ताकि सफर में दुल्हन को भूख लगे तो तुरंत मीठा मिल सके। मीठा खाने से थकान कम होती है और तुरंत एनर्जी म‍िलती है। ये 'नई जिंदगी मीठी रहे' का शुभ संकेत भी था।
  • मिश्री (rock sugar): मिश्री छोटे-छोटे चीनी के टुकड़े होते हैं। मिश्री तुरंत एनर्जी देती है और मुंह मीठा भी कराती है। लम्बी यात्रा में मिश्री सबसे आसान और सेफ स्नैक माना जाता था। मिश्री को प्‍योर‍िटी और अच्‍छी शुरुआत का प्रतीक भी माना जाता है।
  • भुना चना (roasted gram): भुना हुआ चना जल्दी खराब नहीं होता है और पेट भरने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसे खाने से जल्दी ताकत मिलती है। सफर में भूख ज्‍यादा लगे तो ये छोटे-छोटे पैकेट की तरह काम करता था।
  • ड्राई फ्रूट्स (nuts): बादाम, काजू या मूंगफली दुल्हन को एनर्जी देने के लिए बांधे जाते थे। सूखे मेवे घर में सम्पन्नता और बरकत का भी प्रतीक माने जाते हैं।
  • छोटी-छोटी सूखी रोटियों की गोलियां: इन्हें सूखी रोटी के बॉल की तरह बनाया जाता था। सफर में अगर कुछ न मिले तो दुल्हन इसे खाकर भूख मिटा ले। ये छोटी, हल्की और लंबे समय तक ठीक रहती थीं। यानी पुराने कलीरे सिर्फ गहने नहीं, बल्कि दुल्हन के सफर का सेफ फूड क‍िट हुआ करते थे।

kaleera history (2)

परंपरा कैसे बदली?

जब सफर आसान हो गया, बैलगाड़ी की जगह गाड़ियां आ गईं, तो खाने वाले कलीरों की जरूरत कम हो गई। फिर ये सब चीजें बदलकर फैशन की कैटेगरी में आ गईं। जैसे-

  • बताशे- मोती बन गए
  • चना- रंग-बिरंगे पॉम पॉम बन गए
  • मिश्री- चमकीले मनके हो गए
  • आटे के आकार- जरी वाले टैसल्स हाे गए

अब कलीरे फैशन का हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन फील‍िंग्स वही है।

आज भी कलीरों की खूबसूरती क्या है?

आज भी कलीरे दुल्हन की बहनें, कजिन्स और भाभियां बांधती हैं। हर गांठ में दुआ होती है। हर लटकते मोती में प्यार छिपा होता है। कलीरे भले ही अब नहीं खाए जाते, लेकिन इनके पीछे की फील‍िंग्स आज भी उतनी ही प्यारी है। दुल्हन हमेशा खुश रहे, सुरक्षित रहे और उसकी नई जिंदगी मिठास से भरी रहे।

इसे भी पढ़ें: आप भी बनने वाली हैं दुल्हन? तो कपड़ों से लेकर मेकअप तक, यहां जानें शॉपिंग की पूरी लिस्ट

आज के कलीरे भले ही सोने-चांदी जैसे दिखते हों, लेकिन उनकी जड़ें उन दिनों में मिलती हैं जब ये दुल्हन के सफर का सहारा और परिवार की दुआओं का प्यारा तरीका हुआ करते थे।

साथ ही अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- Freepik/AI Generated

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।