भारत के अधिकांश हिस्सों से अलग राज्य, जहां हनुमान जयंती एक जून को मनाई जाती है। यहां 41 दिनों का भव्य त्योहार होता है। यह पर्व चैत्र पूर्णिमा से शुरू होता है और वैशाख महीने में कृष्ण पक्ष के दौरान दसवें दिन समाप्त होता है। माना जाता है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भक्त 41 दिनों का व्रत रखते हैं और हनुमान जयंती के दिन समाप्त करते हैं।
इस खास मौके पर लोग भगवान के दर्शन के लिए अलग-अलग मंदिरों में जाते हैं। देशभर में आपको हनुमान जी के कई मंदिर देखने को मिलेंगे। भगवान हनुमान भगवान राम के सबसे प्रिय भक्त है। उन्होंने सीता जी को रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए एड़ी चोटी का दम लगा दिया था।
भगवान हनुमान ने वानर सेना की सहायता से राम सेतु का निर्माण किया, जिसमें उन्होंने पत्थरों की मदद से पानी पर तैरता हुआ एक पुल तैयार किया। आज के इस आर्टिकल में हम आपको हनुमान जी के कुछ खास मंदिर के बारे में जानकारी देंगे।
अंजनेय मंदिर को बेंगलुरु के सबसे खास मंदिरों में से एक माना जाता है। यहां भगवान हनुमान अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करते हैं। मंदिर का नाम कार्य सिद्धि अंजनेय मंदिर इसलिए पड़ा, क्योंकि कार्य नाम का अर्थ भक्तों का प्रयास और सिद्धि का अर्थ पूर्ण होना है। कार्य सिद्धि वास्तव में एक इच्छा पूरी करने वाला मंदिर है। अष्टकोणीय आकार में बने इस मंदिर में 200 टन के करीब हनुमान मूर्ति स्थित है। लगभग 18 मूर्तिकारों ने 10 महीने में इस मूर्ति को बनाया था।
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भारत के तमिलनाडु में नामक्कल जिले के नामक्कल शहर में स्थित एक सबसे फेमस हनुमान मंदिर है। मंदिर में स्थित भगवान की प्रतिमा प्रतिमा 18 फीट ऊंची है। अंजनेयर की छवि एक ही पत्थर को तराश कर बनाई गई है। यहां हनुमान जी की सबसे अलग और खास मूर्ति स्थापित है।
ऐसे मुख वाली मूर्ति आपको शायद ही कहीं देखने को मिले। यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिम्हा अवतार से जुड़ा हुआ है। जो हनुमान और लक्ष्मी जी के लिए प्रकट हुए थे। यह भारत में फेमस हनुमान मंदिर में से एक है।
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भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी जिले में सुचिन्द्रम नगर में स्थित इस हनुमान मंदिर को सबसे खास माना जाता है। मंदिर में भगवान की मूर्ति 22 फीट ऊंची है। यह कन्याकुमारी शहर से 11 किमी की दूरी पर स्थित है।
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