फ्रेगरेंस ग्रूमिंग का हिस्सा है। परफ्यूम हमारे ग्रूमिंग को फाइनल टच देते हैं। परफ्यूम्स का मार्केट न केवल बेहद बड़ा है, बल्कि कुछ प्रोडक्ट्स बेहद महंगे होते हैं। यही नहीं प्रकृति से भी हमें कई तरह की मनमोहक खुशबू मिली है।
अब खुद सोचिए गुलाब और चमेली बिना फ्रेगरेंस के कैसे होते? प्रकृति में मौजूद खुशबू एक-दूसरे से बेहद अलग है। गुलाब की महक को आंख बंद करके भी पहचाना जा सकता है। पुराने समय में पौधों की खुशबू से साइकोलॉजिकल और साइकोसोमैटिक समस्या का इलाज किया जाता था। क्योंकि पौधे की खुशबू हमारी नसों को शांत करती है। कहा जाता है कि इनमें से कई सुगंघ मन पर शांत और सुखदायक प्रभाव पड़ता है।
परफ्यूम्स प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है, जैसे फ्लावर के एसेंस, खट्टे फल, चंदन और अन्य वुडी एसेंशियल ऑयल। इन सुगंधित पौधों के एसेंशियल ऑयल को ब्लेंड करके परफ्यूम बनाया बनाया जाता है। आप दो तीन अलग-अलग तेल को मिलाकर वह सुंगध प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको पसंद हो। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आपको एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल सीधे चेहरे पर नहीं करना चाहिए।
आपको इसके साथ पानी या कैरियर ऑयल मिलाना चाहिए। एसेंशियल ऑयल की कई बूंदों को आप 50 एमएल कैरियर ऑयल में मिला सकती हैं। लेकिन वास्तव सुगंध लगाने के करीब 20 मिनच बाद आती है। नेचुरल फ्रेग्नेंस का उपयोग करने का दूसरा तरीका टिश्यू या कॉटन वूल पर डालना है। अब इसे अपने कपड़ों में बांध लें।
हम जो परफ्यूम खरीदते हैं उनमें से ज्यादातर सिंथेटिक मिश्रण होते हैं। दुनिया के सबसे अच्छे परफ्यूम सिंथेटिक मिश्रण हैं और वास्तव में बेहद प्रभावी होते हैं। कई परफ्यूमर्स मानते हैं कि आधुनिक सिंथेटिक मिश्रण वास्तव में प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त की तुलना में बेहतर हैं। लेकिन इनमें कुछ बेहद अधिक महंगे होते हैं। सही परफ्यूम चुनने के लिए आपको कुछ चीजों के बारे में जानना जरूरी है। बॉडी केमस्ट्री बेहद जरूरी है, क्योंकि यह हर इंसान के शरीर की गंध पर निर्भर हो सकता है। बहुत सारे परफ्यूम को सूंघने से ओलफैक्ट्री सिस्टम कंफ्यूज हो सकता है। (500 से 2000 रुपए की रेंज में बेस्ट परफ्यूम)
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सही परफ्यूम चुनने में जलवायु भी एक भूमिका निभाती है। गर्म और ह्यूमिड कंडीशव में हैवी फ्रेग्नेंस के बजाय लाइट और फ्रेश फ्रेगरेंस ही बेस्ट होती हैं। गर्म और उमस भरे मौसम में परफ्यूम का असर तेज हो जाता है। एक हैवी परफ्यूम काफी स्ट्रॉन्ग हो सकता है। कई परफ्यूम सिर दर्द का कारण बन सकते हैं। ठंड और शुष्क मौसम में हैवी फ्रेगनेंस फायदेमंद होती है। नींबू, गुलाब, लैवेंडर या चंदन गर्म मौसम के दौरान लाइट और फ्रेश होते हैं। दिन का समय भी मायने रखता है। सुबह लाइट और रात के लिए हैवी फ्रेग्नेंस चुनें। (लॉन्ग लास्टिंग परफ्यूम कौन से हैं)
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गर्मियों के दौरान कोलेजन्स और टॉयलेट के पानी का उपयोग किया जा सकता है,जिसे नहाने के पानी में डाला जा सकता है। कोलेजन्स और ईओ डी टॉयलेट मुख्य रूप से पानी, अल्कोहल और पानी का मिश्रण है, जिसमें केवल 2 से 5% परफ्यूम होता है। ये लाइट होते हैं और सुगंध वाष्पित हो जाती है, जिससे हल्की सुगंध निकलती है। लेकिन जब परफ्यूम की बात आती है तो इनका इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।
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