अर्जुन ही नहीं, इन लोगों को भी हुए हैं श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप के दर्शन

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का अवतार भगवान विष्णु का 8वां अवतार है। कहा जाता है कि श्री कृष्ण के विराट स्वरूप में बहुत अधिक तेज है इसलिए इसे हर कोई नहीं देख सकता।

 
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महाभारत के कथा के अनुसार जब युद्ध के दौरान भगवान श्री कृष्ण रणभूमि में अर्जुन को गीता का उपदेश दे रहे थे। तब भगवान श्री कृष्ण ने गीता के उपदेश के बाद अर्जुन के माया और मोह को हरने एवं संसार की सच्चाई से अवगत करवाने के लिए विराट रूप धारण किया। भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपने विराट रूप का दर्शन करवाया। बता दें कि भगवान श्री कृष्ण के विराट रूप का दर्शन सिर्फ अर्जुन ने ही नहीं बल्कि महाभारत के इन पात्रों ने भी विराट स्वरूप का दर्शन किया था। चलिए जानते हैं, उन लोगों के बारे में जिन्होंने भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप का दर्शन किए हैं।

अक्रूर जी को हुए थे दर्शन

अक्रूर जी कंस के कहने पर जब कान्हा को वृंदावन से मथुरा लेने के लिए आए थे। तब उनके मन में चिंता थी कि कैसे यह छोटा बालक कंस के अत्याचार का सामना करेगा। बीच में अक्रूर जी स्नान के लिए यमुना जी में डुबकी लगाने गए, जब अक्रूर जी यमुना में डुबकी लगा रहे थे, तब उन्हें जल के अंदर श्री कृष्ण के विराट स्वरूप का दर्शन हुआ। अक्रूर जी को यकीन नहीं हुआ और वह पानी के बाहर आकर देखे, तब कान्हा रथ पर बैठे थे। दो-तीन बार ऐसे करने पर उन्हें भगवान श्री कृष्ण की शक्ति का पता चला।

उद्धव को हुआ था दर्शन

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उद्धव भगवान श्री कृष्ण का चचेरा भाई है और उन्हें अपने ज्ञान का बहुत अहंकार था। एक बार भगवान श्री कृष्णने उद्धव को गोपियों को समझाने के लिए वृंदावन भेजा, लेकिन गोपियों ने उद्धव को ही भगवान श्री कृष्ण की भक्ति का पाठ पढ़ा दिया। जब उद्धव वापस मथुरा आए तो भगवान श्री कृष्ण ने राधा रानी के साथ अपने विराट रूप का दर्शन करवाया था।

शिशुपाल को हुआ था दर्शन

शिशुपाल भगवान श्री कृष्ण से बहुत ईर्ष्या करते थे, लेकिन कान्हा ने शिशुपाल की मां को वचन दिया था कि वो उनके पुत्र की 100 गलतियों को क्षमा करेंगें। एक बार शिशुपाल ने भगवान श्री कृष्ण का बहुत अपमान किया, जिस पर भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें सचेत किया कि तुम्हारी 100 गलतियां पूरी होने वाली है। लेकिन वह नहीं माना और 100 गलती करने के बाद भगवान श्री कृष्ण ने शिशुपाल को अपने सुदर्शन चक्र से वध किया। मृत्यु के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने शिशुपाल को अपने विराट रूप का दर्शन करवाया था।

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धृतराष्ट्र को हुआ था दर्शन

कौरवों और पांडवों के महाभारत युद्धको रोकने के लिए जब भगवान श्री कृष्ण पांडवों के शांति दूत बनकर गए थे, तब दुर्योधन ने उनका अपमान कर उन्हें बंदी बनाने का प्रयास किया। दुर्योधन के प्रयास के बाद भगवान श्री कृष्ण अपने विराट रूप में आए। भगवान श्री कृष्ण के इस विराट स्वरूप का दर्शन सिर्फ विदुर, द्रोणाचार्य और भीष्म पितामह ही कर पाए थे।

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Image Credit: swaroop.roy Instagram and flipkart

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