Varuthini ekadashi  visit this temple of odisha to get own Land ()

Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी के दिन ओडिशा के इस मंदिर में जरूर करें दर्शन, जमीन मिलने के बनते हैं योग

एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन विष्णु जी की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है और शुभ फलों की भी प्राप्ति हो सकती है।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-04-29, 11:57 IST

(varuthini ekadashi 2024) एकादशी के दिन मंदिर में दर्शन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी को भगवान विष्णु का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन सभी भक्त व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और मंदिरों में दर्शन करने जाते हैं। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामना भी पूरी हो सकती है। अगर आप एकादशी तिथि के दिन व्रत रख रहे हैं, तो इस दिन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है।

वरुथिनी एकादशी का व्रत 4 मई दिन शनिवार को रखा जाएगा। एकादशी तिथि के दिन मंदिर में दर्शन करने का विशेष महत्व है। अब ऐसे में ओडिशा में एक ऐसा मंदिर है, जहां दर्शन मात्र से ही व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप खुद के लिए घर लेना चाहते हैं। तो यहां इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने से जातक को जमीन मिलने के योग भी बनते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से ओडिशा के इस मंदिर के बारे में विस्तार से जानते हैं।

लिंगराज मंदिर में दर्शन मात्र से बनते हैं जमीन के योग

Lingaraj temple Bhubaneswar

लिंगराज मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर ओडिशा के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में दर्शन मात्र से ही जातक को जमीन संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है और जमीन के योग भी बनते हैं।

क्या है लिंगराज मंदिर का धार्मिक महत्व?

सनातन धर्म में लिंगराज मंदिर बेहद महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह  12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। एकादशी के दिन इस मंदिर में दर्शन करने का विशेष महत्व है। इस मंदिर में हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं।

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लिंगराज मंदिर का ग्रहों से संबंध

लिंगराज मंदिर सूर्य ग्रह से भी जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां दर्शन करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य, ऊर्जा और आत्मविश्वास की प्राप्ति हो सकती है। इस मंदिर का संबंध चंद्रमा से भी है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। आप नौकरी या व्यवसाय में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो यहां दर्शन करने से लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा अगर आप खुद के घर की तलाश में हैं, लेकिन जमीन लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो लिंगराज मंदिर में दर्शन मात्र से ही व्यक्ति को शुभ  फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का भी आगमन होता है।

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लिंगराज मंदिर में दर्शन करने के नियम

surya god at lingaraj temple

लिंगराज मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विधिवत रूप से करें। इस मंदिर में दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है। खासकर एकादशी के दिन इस मंदिर में जाने से लाभ हो सकता है।

एकादशी तिथि के दिन लिंगराज मंदिर में पूजा-अर्चना करने से लाभ हो सकता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

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