(Vaikunth Chaturdashi 2023) कार्तिक माह बेहद पवित्र माना जाता है। वहीं चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ की देवशयनी ग्यारस से कार्तिक की देवउठनी ग्यारस तक भगवान विष्णु पाताल के राजा बलि के यहां योग निद्रा में रहते हैं। जिसके कारण इस अवधि में संसार का संचालन भगवान शिव करते हैं।
अब ऐसे में इस चतुर्दशी में भगवान शिव को तुलसी और विष्णु जी को बेलपत्र क्यों चढ़ाया जाता है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
जानें तुलसी और बेलपत्र अर्पित करने का कारण
कार्तिक माह की एकादशी तिथि के दिन जब भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं, तब संसार का कार्यभार संभालते हैं। इस दिन दोनों देवता एक दूसरे को भेंट करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भेंट करने के दौरान भगवान विष्णु पर बेलपत्र और भगवान शिव पर तुलसी दल गिर जाता है। जिसके कारण बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को तुलसी और विष्णु को बेलपत्र चढ़ाते हैं। इसलिए इस चतुर्दशी का विशेष महत्व है।
भगवान श्री हरि विष्णु और भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा करने से उनकी कृपा बनी रहती है और बैकुंठ धाम की भी प्राप्ति होती है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा कर उनकी सवारी निकालते हैं। बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु का पूजन एक हजार कमल के फूलों से करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और इस दिन श्राद्ध करने का विशेष महत्व है।
भगवान विष्णु को चढ़ाएं 3 बेलपत्र
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु (भगवान विष्णु मंत्र) को 3 बेलपत्र चढ़ाएं और फिर अगले दिन इन्हें तिजोरी में रख दें। ऐसी मान्यता है कि इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है और आय में भी वृद्धि हो सकती है।
इसे जरूर पढ़ें - Kartik Purnima 2023: कार्तिक पूर्णिमा पर न करें ये गलतियां, मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज
भगवान शिव को चढ़ाएं 4-5 तुलसीदल
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को 4-5 तुलसीदल अवश्य चढ़ाएं और तांबे के लोटे में जल भर उसमें तुलसीदल डालकर 24 घंटे के लिए रख दें। अगले दिन स्नान के बाद इस जल को मुख्य द्वार सहित पूरे घर में छिड़के। इससे नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिल सकता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है।
इसे जरूर पढ़ें - Kartik Month 2023: सुख-शांति के लिए कार्तिक के महीने में करें ये 5 उपाय
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन जलाएं 14 दीपक
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र) के नाम का 7 दीपक और भगवान विष्णु के नाम का 7 दीपक जलाएं और उनकी आराधना करें। ऐसा करने से आपको कभी किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों