jagannath temple symbols indicate kalyug end

क्या कलयुग के अंत को दर्शाते हैं जगन्नाथ मंदिर में मौजूद ये चिह्न?

धार्मिक मान्यता और शास्त्रोक्त तर्क यह कहता है कि जगन्नाथ मंदिर में कुछ ऐसे विशेष चिन्ह हैं या फिर यूं कहें कि उन चिन्हों से जुड़ी कुछ ऐसी विशेष घटनाएं हैं जो कलयुग के अंत को दर्शाती हैं।
Editorial
Updated:- 2025-07-02, 08:01 IST

जगन्नाथ मंदिर से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं जो आज भी एक अबूझ पहेली बने हुए हैं और उन रहस्यों को सुलझा पाना वैज्ञानिकों के बस की भी बात नहीं। इन्हीं रहस्यों के बीच न सिर्फ धार्मिक मान्यता बल्कि शास्त्रोक्त तर्क यह कहता है कि जगन्नाथ मंदिर में कुछ ऐसे विशेष चिन्ह हैं या फिर यूं कहें कि उन चिन्हों से जुड़ी कुछ ऐसी विशेष घटनाएं हैं जो कलयुग के अंत को दर्शाती हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि जगन्नाथ मंदिर में मौजूद ये चिन्ह या इनसे जुड़ी घटनाएं जब होने लगें तो इसका अर्थ है कि कलयुग का अंत समीप ही है। तो चलिए जानते हैं कि कौन से चिन्ह हैं जगन्नाथ मंदिर के जो कलयुग के अंत को दर्शाते हैं।

जगन्नाथ मंदिर के ये चिन्ह क्या कलयुग के अंत को दर्शाते हैं?

जगन्नाथ मंदिर के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है इस मंदिर के शिखर पर लहराता हुआ झंडा। जगन्नाथ मंदिर का ध्वज हवा की विपरीत दिशा में लहराता है। ऐसा माना जाता है कि जिस दिन यह ध्वज हवा की दिशा में लहराने लगेगा, यह संकेत होगा कि कलयुग का अंत अब पास आ चुका है।

kalyug end symbols in jagannath temple

जगन्नाथ मंदिर में मौजूद सिंह द्वार वो प्रवेश मार्ग है जिसके भीतर आते ही समुद्र की आवाज सुनाई नहीं देती है और इसी सिंह द्वार को लेकर शास्त्रों में लिखा है कि जिस भी दिन समुद्र की लहरें इस द्वार की देहरी को छू गईं उस दिन कलयुग का अंत हो जाएगा या होने वाला होगा।

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जगनाथ मंदिर में अरुण स्तंभ स्थापित है। शास्त्रों के साथ-साथ लोक धारणों में भी यह बात मुख्य रूप से मानी जाती है कि जिस भी दिन गरुड़ इस स्तंभ पर आकर बैठ गया उसी दिन से कलयुग के अंत का चक्र शुरू हो जाएगा। कलयुग तेजी से अपनी समापन की ओर बढ़ेगा।

kalyug end symbols in jagannath temple puri

जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर बना हुआ सुदर्शन चक्र भी कलयुग के अंत के चिन्हों में से एक है। जब कलयुग का अंत बहुत समीप आ चुका होगा तब जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर बना यह चक्र किसी एक दिशा की तरफ झुक जाएगा और उस समय संपूर्ण पूरी नगरी समुद्र में समा जाएगी।

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image credit: herzindagi 

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जगन्नाथ मंदिर में कितनी सीढ़ियां हैं?
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश के लिए कुल 22 सीढ़ियां हैं।
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