शनि की साढ़ेसाती का दौर ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण अवधि मानी जाती है। इस दौरान व्यक्ति को कई प्रकार की चुनौतियों और कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिष के अनुसार, शनि देव का प्रभाव व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर पड़ता है। कई बार, यह दौर सकारात्मक प्रभाव डालता है। वहीं, कई लोगों की जिंदगी में यह नकारात्मक प्रभाव भी डालता है।
शनि साढ़ेसाती के नकारात्मक प्रभाव से व्यक्ति को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इसे कम करने के लिए शास्त्रों में बताए गए कई उपायों को करना जरूरी होता है। इनमें से सबसे सरल और खास उपाय है- चींटियों को आटा खिलाना। मान्यता है कि यह उपाय शनि देव को प्रसन्न करता है और साढ़ेसाती के कष्टों से राहत दिलाने में भी कारगर साबित होता है। इस उपाय को करने की एक विशेष विधि और कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है। तो आइए, इस लेख में ज्योतिषाचार्य अरविंद त्रिपाठी से जानते हैं कि शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति पाने के लिए चींटियों को आटा कैसे खिलाया जाता है और इसके क्या नियम हैं।
चींटियों को आटा खिलाने की विधि
- चींटियों को आटा खिलाने के लिए सबसे शुभ दिन शनिवार माना जाता है, क्योंकि यह दिन शनि देव को समर्पित है। इसके अलावा, आप मंगलवार को भी यह उपाय कर सकते हैं।
- चींटियों को खाना खिलाने के लिए ऐसी जगह चुनें, जहां चींटियां स्वाभाविक रूप से रहती हों, जैसे उनके बिल के पास या उनके आने-जाने के रास्ते में। हालांकि, आप किसी साफ और शांत स्थान का चयन कर सकते हैं।
- चींटियों को आप सामान्य गेहूं का आटा खिला सकते हैं। कुछ लोग आटे में थोड़ी चीनी या गुड़ मिलाकर भी डालते हैं, जिसे चींटियां अधिक पसंद करती हैं। मान्यता है कि चीनी मिलाने से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।
- बहुत अधिक मात्रा में आटा न खिलाएं। ऐसे में, चींटियां उसे खाने से ज्यादा बर्बाद करेंगी। थोड़ी मात्रा में आटा डालें जिसे वे आसानी से ले जा सकें।
- यदि आप शनि की साढ़ेसाती से राहत पाना चाहते हैं, तो इस उपाय को नियमित रूप से और खासकर शनिवार को जरूर करें।
- चींटियों को आटा खिलाते समय सकारात्मक और श्रद्धापूर्ण रहें।
- चींटियों को आठा खिलाते वक्त हमेशा मन में शनि देव से शांति और कल्याण की प्रार्थना करें।
चींटियों को आटा खिलाने के नियम
- जिस स्थान पर आप आटा डाल रहे हैं वह साफ होना चाहिए। गंदगी वाले स्थान पर आटा न डालें।
- चींटियों को आटा खिलाते समय उन्हें या उनके बिल को कोई नुकसान न पहुंचाएं।
- यह उपाय करते समय किसी प्रकार का अहंकार या दिखावा न करें। इसे सच्चे मन और श्रद्धा से करें।
- यदि संभव हो तो अन्य जरूरतमंद जीवों को भी भोजन दें।
- किसी भी उपाय का फल तुरंत नहीं मिलता। नियमित रूप से इस उपाय को करते रहें और धैर्य रखें।
चींटियों को आटा खिलाने का महत्व
ज्योतिष शास्त्र में चींटियों को शनि देव का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, उन्हें आटा खिलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। कुछ ज्योतिषियों का यह भी मानना है कि चींटियों का संबंध राहु और केतु ग्रहों से भी होता है। इसलिए, उन्हें आटा खिलाने से इन ग्रहों के अशुभ प्रभाव भी शांत हो सकते हैं। चींटियों को नियमित रूप से भोजन देने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि चींटियों को भोजन देने से आपके कर्मों में सुधार होता है और नकारात्मक कर्मों का प्रभाव कम होता है।
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