sawan 2025 lord shiva chandan abhishek shubh muhurat and niyam

सावन में भगवान शिव का चंदन से अभिषेक किस मुहूर्त में करना माना जाता है शुभ, जानें सही नियम

सनातन धर्म नें भगवान शिव को चंदन का लेप लगाना बेहद शुभ फलदायी माना गया है। अब ऐसे में सावन में किस मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ का चंदन से अभिषेक करना शुभ माना जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
Editorial
Updated:- 2025-07-14, 14:36 IST

भगवान शिव को संहारक देवता के रूप में जाना जाता है, जो अपने शरीर पर भस्म धारण करते हैं और कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं। पुराणों के अनुसार, भगवान शिव ने हलाहल विष का पान किया था, जिसके कारण उनका कंठ नीला पड़ गया और उन्हें 'नीलकंठ' कहा जाने लगा। इस विष के प्रभाव को शांत करने के लिए उन्हें ठंडी वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। वहीं चंदन अपनी शीतलता के लिए जाना जाता है, और इसलिए यह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। चंदन से अभिषेक करने से भगवान शिव को शीतलता मिलती है, जिससे वे प्रसन्न होते हैं। अब ऐसे में अगर कोई भक्त सावन महीने में भगवान शिव का चंदन से अभिषेक कर रहे हैं तो किस मुहूर्त में करना शुभ माना जाता है और नियम क्या है। आइए इस लेख में विस्तार से ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

सावन में भगवान शिव का चंदन से अभिषेक किस मुहूर्त में करें?

shutterstock_1268280007_New_1740383595779_1740537517130

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान उनकी पूजा-अर्चना का विशेष महत्व होता है। चंदन का अभिषेक भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इससे महादेव प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

  • आप चंदन अभिषेक ब्रह्म मुहूर्त में करें - यह समय सुबह 4:15 बजे से 5:00 बजे तक रहता है। इस समय चंदन से शिवजी का अभिषेक करना बहुत लाभकारी होता है।
  • आप चंदन अभिषेक अभिजीत मुहूर्त में करें - सावन में अभिजीत मुहूर्त लगभग दोपहर 12:00 बजे से 12:50 बजे तक होता है। आप इस दौरान भी भगवान शिव का चंदन अभिषेक कर सकते हैं।
  • आप चंदन अभिषेक प्रदोष काल में करें - प्रदोष काल शाम 7:15 बजे से 8:45 बजे तक रहता है। आप इस दौरान भगवान शिव का चंदन अभिषेक कर सकते हैं।

सावन में भगवान शिव का चंदन अभिषेक किस नियम से करें?

  • सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल या गंगाजल अर्पित करें। जलधारा पतली और धीमी गति से गिरे। सीधे खड़े होकर नहीं, बल्कि बैठकर या थोड़ा झुककर अभिषेक करें।
  • आप चाहें तो जल के बाद कच्चा दूध, दही, घी और शहद से भी अभिषेक कर सकते हैं, जिसे पंचामृत अभिषेक कहा जाता है। हर सामग्री से अभिषेक करने के बाद शुद्ध जल अवश्य चढ़ाएं।
  • जल या पंचामृत अभिषेक के बाद शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं।
  • आप शिवलिंग पर चंदन से त्रिपुंड भी बना सकते हैं। त्रिपुंड शिवजी का एक विशेष तिलक होता है।
  • शिवपुराण के अनुसार, शिवलिंग में अशोक सुंदरी का स्थान और जहां से जल नीचे गिरता है, उन स्थानों पर भी चंदन लगाना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे रोग-दोष दूर होते हैं।
  • चंदन लगाते समय ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहें।

यह विडियो भी देखें

इसे जरूर पढ़ें -  सावन के सोमवार व्रत में कौन-सा फल और अनाज खाना है सही, जानें उपवास में किस नमक का करना चाहिए सेवन

सावन में भगवान शिव का चंदन अभिषेक करने का महत्व

15604108240521_untitled-11_copy_5

चंदन अभिषेक से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि तथा सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। इससे धन-धान्य में वृद्धि होती है और घर में खुशहाली आती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंदन का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से है। चंदन अभिषेक करने से कुंडली में इन ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है और उनके अशुभ प्रभावों में कमी आती है। यह विशेष रूप से मानसिक तनाव, अनिद्रा और रिश्तों में मधुरता लाने में सहायक है।

इसे जरूर पढ़ें -  सोमवार के दिन ऐसे करें भगवान शिव की पूजा, मिलेगी सुख-समृद्धि और भोले बाबा का आशीर्वाद 

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- HerZindagi

FAQ
दिया में पीली सरसों डालकर जलाने से क्या होता है?
अगर आप कर्ज से परेशान हैं और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं तो दीपक में पीली सरसों का यह उपाय आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. पीली सरसों को दीपक में जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर से नेगेटिव एनर्जी भी खत्म हो जाती है. पीली सरसों परिवार की सुरक्षा करती हैं, इसलिए इसके उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
रोज शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए?
शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, बेलपत्र, भांग, चंदन, अक्षत, धतूरा, दही, शहद, घी और सफेद पुष्प अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता है कि भगवान शिव को इन चीजों को अर्पित करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और भक्त को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;