Rath Saptami  date puja shubh muhurat and significance

Rath Saptami Puja Shubh Muhurat 2024: कब है रथ सप्तमी, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

Rath Saptami Puja Shubh Muhurat 2024: पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रथ सप्तमी है। इस दिन सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। 
Editorial
Updated:- 2024-02-16, 10:13 IST

(Rath Saptami 2024 Date) माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रथ सप्तमी मनाई जाती है। इस दिन को सूर्य जयंती के नाम से भी जाना जाता है। रथ सप्तमी को अचला सप्तमी भी कहा जाता है। इस दिन ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्यदेव की पूजा करने से आयु, आरोग्य और धन-धान्य में वृद्धि हो सकती है।

अब ऐसे में इस साल रथ सप्तमी कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं। 

कब है रथ सप्तमी 2024 ? (Rath Saptami 2024 Date)

sunday worship

पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि यानी कि दिनांक 15 फरवरी को सुबह 10 बजकर 12 मिनट से शुरू हो रही है और इसका समापन दिनांक 16 फरवरी दिन शुक्रवार को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर होगा। उदयातिथि के हिसाब से रथ सप्तमी दिनांक 16 फरवरी दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। 

जानें रथ सप्तमी 2024 का शुभ मुहूर्त क्या है? (Rath Saptami 2024 Shubh Muhurat)

दिनांक 16 फरवरी को रथ सप्तमी के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 17 मिनट से लेकर सुबह 06 बजकर 59 मिनट तक है। इस दिन सूर्योंदय का शुभ समय सुबह 06 बजकर 59 मिनट पर है। इस दौरान सूर्यदेव को अर्घ्य देना बहुत शुभ माना जाता है। रथ सप्तमी के दिन स्नान के लिए कुल 1 घंटे 42 मिनट का शुभ समय है। 

ब्रह्म योग और भरणी नक्षत्र में है रथ सप्तमी (Rath Saptami 2024 Shubh Yog)

इस साल रथ सप्तमी ब्रह्म और भरणी नक्षत्र में है। ब्रह्म (ब्रह्म मुहूर्त मंत्र) योग से लेकर दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तर है।ष उसके बाद इंद्र योग आरंभ हो जाएगा। इस दिन भरणी नक्षत्र सुबह से लेकर सुबह 08 बजकर 47 मिनट तक है। उसके बाद कृतिका नक्षत्र है। 

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जानें रथ सप्तमी का महत्व (Rath Saptami 2024 Significance)

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि से सूर्यदेव अपने रथ पर सवार होकर संसार को प्रकाशमय करना प्रारंभ किए थे। इस कारण रथ सप्तमी के दिन सूर्य (सूर्यदेव मंत्र) जयंती मनाई जाती है। इस दिन सूर्यदेव का जन्मदिन मनाया जाता है। 

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रथ सप्तमी के दिन मंत्रों का जाप (Chant these Mantras on Rath Saptami 2024)

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रथ सप्तमी के दिन सूर्यदेव के इन मंत्रों का जाप करें। इससे मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है और जीवन में चल रही सभी परेशानियां भी दूर हो सकती है। 

  • ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः। ओम घृणि सूर्याय नमः। ओम भास्कराय नम:। ओम आदित्याय नम:।
  • ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः
  • ओम भास्कराय पुत्रं देहि महातेजसे।
  • धीमहि तन्नः सूर्य प्रचोदयात्।।
  • ओम ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
  • ओम ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ओम

 

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Image Credit- Freepik

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