चुगली यानी किसी व्यक्ति की बुराई करना और उसकी पीठ पीछे गलत बातें फैलाना या उसकी कमजोरियों का मजाक बनाना, यह आदत कई लोगों में आम होती है। हम कभी ऑफिस में बॉस तो कभी कलीग्स, तो कभी पड़ोस में किसी की बुराई यह सोचकर करते हैं कि टाइम पास हो जाए या खुद को ज्यादा बेहतर साबित कर पाएंगे। लेकिन, हिंदू धर्म और शास्त्रों में इसे पाप की श्रेणी में शामिल किया गया है।
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि हमारे अच्छे और बुरे सभी कर्मों का हिसाब रखा जा रहा है। सभी कर्मों का फल मृत्यु के बाद हमारी आत्मा को भोगना पड़ता है। इन सभी बातों का जिक्र हमें शास्त्रों में मिलता है, खासकर गरुड़ पुराण में। हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में गरुड़ पुराण शामिल है। इस पुराण में मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा, पुण्य-पाप के फल और नर्क-स्वर्ग के नियमों के बारे में बताया गया है। इस पुराण में साफ जिक्र किया गया है कि जो व्यक्ति दूसरों की निंदा करता है, झूठ फैलाता है या चुगली करता है मरने के बाद उसकी आत्मा को सजा भुगतनी पड़ती है।
क्या चुगली करने वालों को नरक में सजा मिलती है?
चुगली और दूसरों की बुराई करने वालों के लिए गरुड़ पुराण में किस सजा का जिक्र किया गया है, यह हमें पंडित और ज्योतिष श्री राधे श्याम मिश्रा ने बताया है। गरुड़ पुराण के 41 अध्याय में एक श्लोक है, 'यो निन्दति परं नित्यं स्वयमेव गुणं वदेत्। नरकं स विशेषेण याति कालमकारयन्।।' इस श्लोक का मतलब है कि जो दूसरों की बुराई या निंदा करता है और खुद को महान बताता है वह पाप का भागी होता है। निंदा या बुराई करने वाले व्यक्ति की आत्मा को नरक में जगह मिलती है और वहां पाप के अनुसार तय सजा झेलनी पड़ती है।
इसे भी पढ़ें: मरने के बाद किस कर्म के लिए कौन-सी है सजा, गरुड़ पुराण में मिलता है सजाओं का जिक्र
चुगली और निंदा करने वालों को नरक में कौन-सी सजा मिलती है?
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर कोई निंदा, चुगली या किसी की बुराई करता है और अपने आपको महान बताता है तो उसे नरक भोगना पड़ता है। जहां उसकी जीभ काट दी जाती है और लोहे की छड़ी गर्म करके सजा दी जाती है। इतना ही नहीं, ऐसी आत्माओं का अगला जन्म भी दुखों से भरा होता है। वह अगले जन्म में दुख, मानसिक तनाव और अकेलेपन का शिकार होते हैं। साथ ही उन्हें अपने कार्यक्षेत्र और परिवार के बीच सामंजस्य बैठाने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
झूठ बोलने वालों को भी मिलती है नरक में सजा
चुगली के साथ झूठ बोलने वालों के लिए सजा का जिक्र गरुड़ पुराण में किया गया है। मान्यताओं के अनुसार, आपका झूठ भले यहां न पकड़ा जाए लेकिन, उसका हिसाब आपके कर्मों के साथ रखा जा रहा है। गरुड़ पुराण के अनुसार, झूठ बोलने वालों को यमराज के दरबार सजा दी जाती है और उन्हें तप्तकुंभ नरक में भेजा जाता है। यहां पर चारों तरफ आग जलती है और गर्म घड़े होते हैं, जिसमें गर्म तेल और लोहे का चूरा होता है। पाप करने वाली आत्माओं को इन गर्म घड़ों में मुंह के बल डाला जाता है और उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।
इसे भी पढ़ें: गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे काम करने वाले लोग सीधे पहुंचते हैं स्वर्ग
यही वजह है कि व्यक्ति को अपने कर्मों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि, भले जीवन में उन्हें फल न मिले। लेकिन, मृत्यु के बाद आत्मा को कई प्रताड़नाओं को भोगना पड़ सकता है।
हमारी स्टोरी से रिलेटेड अगर कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik and Herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों