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Kaal Bhairav Ji ki Puja Vidhi or Samagri: भैरव जी के पूजन से भक्तों को मिलते हैं अनगिनत लाभ, यहां जानें पूजा की सही विधि और सामग्री

श्री काल भैरव को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है। यदि आप भैरव जी की पूजा सच्चे मन और विधि-विधान के साथ करती हैं, तो आपके जीवन में उसके शुभ फल मिलते हैं। भैरव की की पूजा कैसे करनी चाहिए और इसमें किन सामग्रियों का इस्तेमाल होना चाहिए, इसके बारे में यहां जानें।
Editorial
Updated:- 2025-05-07, 17:15 IST

हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं का पूजन बड़े ही श्रद्धा भाव से किया जाता है। कुछ ऐसे भी स्वरूप हैं जिन्हें भगवान के रौद्र रूप में पूजा जाता है। उन्हीं में से के हैं काल भैरव जी। बाबा काल भैरव की पूजा भगवान शिव की उग्र रूप के प्रतीक की तरह की जाती है। यही नहीं उन्हें एक संरक्षक देवता के रूप में भी पूजा जाता है। काल भैरव नकारात्मकता को दूर करके आध्यात्मिक शुध्दि का प्रतीक माने जाते हैं। जिस स्थान पर भी माता दुर्गा का पूजन किया जाता है, वहां काल भैरव जी भी विराजमान होते हैं।

काल भैरव की पूजा भी अन्य देवी देवताओं की ही तरह पूरे विधि-विधान से की जाती है। ऐसा माना जाता है कि यदि आप सही विधि और सामग्री के साथ काल भैरव की पूजा करती हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में समृद्धि बनी रहती है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें काल भैरव की पूजा विधि के बारे में विस्तार से।

कौन हैं भगवान काल भैरव?

kaal bhairav puja

काल भैरव, हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण देवता के रूप में पूजे जाते हैं, जिन्हें भगवान शिव के सबसे उग्र रूप के रूप में पूजा जाता है। इनकी पूजा मुख्य रूप से घर की सुरक्षा के लिए की जाती है। क्योंकि मान्यता है कि वह ब्रह्मांड की आठ दिशाओं की रक्षा करते हैं। काल भैरव की उत्पत्ति का स्रोत भगवान शिव को ही माना जाता है।

पुराणों में उन्हें शिव के रौद्र रूप में ही दिखाया जाता है। कालभैरव अष्टमी के दौरान मुख्य रूप से उनकी पूजा की जाती है, यह दिन भक्तों के लिए उनका आशीर्वाद पाने का शुभ दिन माना जाता है। यही नहीं आध्यात्मिक रूप से भी बुराइयों से बचने और भगवान शिव का आशीर्वाद पाने का एक तरीका माना जाता है।  

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काल भैरव की पूजा विधि क्या है? (Kaal Bhairav ki Puja Vidhi 2025)

kaal bhairav ki puja vidhi

काल भैरव जी की पूजा करना भगवान काल भैरव का आशीर्वाद पाने का एक तरीका माना जाता है। आइए यहां जानें काल भैरव की पूजा की सही विधि के बारे में विस्तार से-

  • काल भैरव जी की पूजा के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें। काल भैरव की पूजा ब्रह्म मुहूर्त में करना सबसे ज्यादा फलदायी माना जाता है।
  • पूजा के लिए सबसे पहले सही पूजा स्थल का चुनाव करना जरूरी है। शुभ मुहूर्त में पूजा के लिए एक साफ और शुद्ध स्थान का चुनाव करें। अगर आप भैरव यंत्र उपयोग करती हैं, तो उसे पूजा वाले स्थान के मध्य में रखें।
  • आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि पूजा का स्थान साफ-सुथरा होना चाहिए। भैरव जी को काले तिल चढ़ाए जाते हैं क्योंकि यह इस पूजा के लिए शुभ माना जाता है।
  • पूजा के लिए किसी साफ चौकी पर भगवान काल भैरव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। पूजा की चौकी को फूलों और काले कपड़े से सजाएं और चौकी पर सरसों के तेल का दीपक तैयार करें।
  • काल भैरव की पूजा में काला तिल चढ़ाने से जीवन में शुद्धि और आशीर्वाद का बना रहता है।
  • काल भैरव जी की मूर्ति या तस्वीर में सरसों का तेल चढ़ाएं और उनके मंत्रों का जाप करें। यदि आप पूजा के समय 'ओम बटुक भैरवाय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें तो विशेष रूप से फलदायी हो सकता है।
  • भगवान भैरव जी को प्रसाद चढ़ाएं और फल तरह मिठाई अर्पित करें।
  • पूजन के समय कपूर का दीपक जलाएं और भैरव जी की पूजा करें। भैरव जी की पूजा के बाद उनकी आरती करें। यदि आप घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना चाहते हैं तो काल भैरव जी की पूजा के समय घंटी जरूर बजाएं।

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काल भैरव की पूजा की सामग्री क्या है? (Kaal Bhairav Puja Samagri List)

kaal bhairav puja samagri

काल भैरव की पूजा करने के लिए कुछ विशेष सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है। आइए जानें काल भैरव की पूजा सामग्री के बारे में विस्तार से-

  • कालभैरव की मूर्ति या चित्र- काल भैरव की पूजा के लिए उनकी मूर्ति या चित्र की आवश्यकता होती है। पूजन के समय चौकी पर काल भैरव की मूर्ति स्थापित करें।
  • काले तिल- काले तिल का उपयोग काल भैरव की पूजा में किया जाता है। काले तिल को काल भैरव पूजा की विशेष सामग्री माना जाता है।
  • सरसों का तेल- सरसों का तेल दीपक जलाने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • काला कपड़ा- काला कपड़ा काल भैरव की पूजा में उपयोग किया जाता है। काला रंग भैरव जी का पसंदीदा रंग माना जाता है।
  • धुप बत्ती और दीया- धूपबत्ती और दीपक का उपयोग काल भैरव की पूजा में विशेष रूप से किया जाता है।
  • फूल- काल भैरव जी की पूजा में गेंदा फूल या अन्य फूलों का उपयोग किया जा सकता है।
  • फल और मिठाइयां- फल और मिठाइयां काल भैरव की पूजा में प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती हैं।

यदि आप काल भैरव की पूजा के लिए यहां बताई सामग्री का इस्तेमाल करेंगी, तो आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहेगी। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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