Jyeshtha Amavasya 2024 Kab Hai: ज्येष्ठ माह की वट अमावस्या कब है? जानें पूजा मुहूर्त और महत्व

हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत महत्व माना जता है। यूं तो अमावस्या तिथि अशुभ होती है, लेकिन इसके बाद भी इस दिन पूजा का विशेष विधान है। 

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Jyeshtha Amavasya 2024 Date Aur Puja Muhurat: हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का बहुत महत्व माना जता है। यूं तो अमावस्या तिथि अशुभ होती है, लेकिन इसके बाद भी इस दिन पूजा का विशेष विधान है। पंचांग के अनुसार, साल में कुल 12 अमावस्या तिथियां पड़ती हैं, इन्हीं में से एक है ज्यष्ठ माह की अमावस्या। शास्त्रों में बताया गया है कि ज्यष्ठ माह की अमावस्या के दिन पितृ तर्पण अवश्य करना चाहिए। इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसी कड़ी में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साला कब पड़ रही है ज्येष्ठ अमावस्या जिसे वट अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है और क्या है इ दिन पूजा का मुहूर्त एवं महत्व।

ज्येष्ठ अमावस्या 2024 कब है? (Jyeshtha Amavasya 2024 Kab Hai)

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ज्येष्ठ अमावस्या तिथि का शुभारंभ 5 जून, दिन बुधवार को रात 7 बजकर 54 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 6 जून, दिन गुरुवार को शाम 6 बजकर 7 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ अमावस्या 6 जून को पड़ेगी।

ज्येष्ठ अमावस्या 2024 पूजा मुहूर्त (Jyeshtha Amavasya 2024 Puja Muhurat)

ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पितरों के तर्पण और अखंड पाठ एवं हवन करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन दोपहर 2 बजकर 4 मिनट पर होगा। इस पूजा के लिए मुहूर्त लगभग ढाई घंटे तक रहने वाला है।

ज्यष्ठ माह शनि देव का भी माना जाता है। ऐसे में ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 6 जून को शमा 6 बजे से लेकर रात 9 बजकर 49 मिनट रहने वाला है। इस मुहूर्त में शनिदेव की पूजा के साथ ही शनि चालीसा का पाठ भी करें।

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ज्येष्ठ अमावस्या 2024 महत्व (Jyeshtha Amavasya 2024 Mahatva)

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ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पितृ तर्पण करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे पितृ दोष दूर होता है और पितरों की कृपा होती है। इसके अलावा, शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है और शनिदेव की कृपा से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जा सकते हैं कि आखिर इस साल कब पड़ रही है ज्येष्ठ अमावस्या और क्या है इस दिन पूजा का मुहूर्त एवं इसका महत्व। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

image credit: herzindagi

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