हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का विशेष महत्व है। यह हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया के तीसरे दिन मनाई जाती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं सुखी दांपत्य जीवन और पुत्र प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की मुख्य रूप से पूजा की जाती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि माता पार्वती की एक करीबी सहेली उन्हें घने जंगल में ले गई ताकि उनके पिता उनकी इच्छा के विरुद्ध उनका विवाह भगवान विष्णु से न कर सकें। अब ऐसे में इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, तीज की पूजा कब करनी चाहिए। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी विस्तार से बताएंगे।
जानें हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej Shubh Muhurat 2023)
हरतालिका तीज दिनांक 18 सितंबर दिन सोमवार (सोमवार उपाय)को मनाई जाएगी। इस दिन अनुष्ठान का शुभ समय सुबह 06 बजकर 07 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस दिन पूजा की कूल अवधि 2 घंटे 27 मिनट की है।
तृतीया तिथि दिनांकज 17 सितंबर दिन रविवार को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से लेकर इसकी समाप्ति अगले दिन दिनांक 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर होगी।
हरतालिका तीज के दिन आदर्श समय होता है शुभ
तीज के दिन पूजा करने का समय ब्रह्म मुहूर्त माना जाता है। अगर ब्रह्म मुहूर्त में नहीं कर पाते हैं, तो प्रदोष समय में भी भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर सकते हैं।
हरतालिका तीज के दिन पहनें हरे रंग के कपड़े
हरतालिका तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को जल्दी स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनना चाहिए और भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र) के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। इस दिन हरतालिका तीज की कथा अवश्य सुनानी चाहिए।
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सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भगवान शिव की करें पूजा
इस दिन दांपत्य जीवन में खुशहाली के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की मुख्य रूप से पूजा-अर्चना करना चाहिए। इस दिन व्रत निर्जला रखा जाता है। यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और संतान सुख की प्राप्ति के लिए रखती हैं।
हरतालिका तीज के दिन करें इन मंत्रों का जाप
हरतालिका तीज के दिुन व्रती महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें और इन विशेष मंत्रों का अवश्य जाप करें।
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गणेश जी के इस मंत्र का जाप करें
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरूमे देव, सर्व कार्येषु सर्वदाः।।
भगवान शिव के इस मंत्र का जाप करें
ओम नम: शिवाय
ओम महेश्वराय नमः
ओम पशुपतये नमः
माता पर्वती के इस मंत्र का जाप करें
ओम पार्वत्यै नमः
ओम उमाये नमः
या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
अगर आप भी हरतालिका तीज के दिन व्रत रख रहे हैं, तो इन मंत्रों का जाप अवश्य करें और अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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