धनतेरस जो दिवाली उत्सव का पहला दिन होता है, बहुत खास माना जाता है क्योंकि यह धन, स्वास्थ्य और समृद्धि से जुड़ा है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान धन्वंतरि जो आयुर्वेद और स्वास्थ्य के देवता हैं और भगवान कुबेर जो धन के देवता हैं, उनकी पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिए उनकी पूजा से परिवार को उत्तम स्वास्थ्य और लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, इस दिन लोग सोना, चांदी, नए बर्तन, नया वाहन आदि भी खरीदते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन की गई खरीदारी से घर में तेरह गुना धन और सौभाग्य आता है और पूरे साल आर्थिक स्थिरता बनी रहती है। यह त्योहार घर में खुशहाली और नए आगमन का प्रतीक है। ऐसे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि इस साल कब पड़ रहा है धनतेरस, क्या है इस दिन पूजा से लेकर खरीदारी तक का शुभ मुहूर्त और महत्व?
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस मनाया जाता है। ऐसे में इस साल कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का आरंभ 18 अक्टूबर, शनिवार के दिन दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगा। वहीं, इसका समापन 19 अक्टूबर, रविवार के दिन दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर होगा।
ऐसे में यूं तो उदया तिथि के अनुसार धनतेरस का पर्व 19 तारीख को पड़ना चाहिए, लेकिन चूंकि धनतेरस की पूजा रात के समय की जाती है, ऐसे में इस साल धनतेरस 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
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साल 2025 में धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त 18 अक्टूबर, शनिवार को शाम के समय रहेगा क्योंकि भगवान धनवंतरि और कुबेर देव की पूजा इस दिन प्रदोष काल और वृषभ काल के दौरान की जाती है।
पूजा करने का शुभ समय शाम 7 बजकर 16 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 20 मिनट तक है यानी पूजा की कुल अवधि लगभग 1 घंटा 4 मिनट रहेगी। इस दौरान, आप पूजा के बाद धनतेरस का दान भी कर सकते हैं जिससे घर में सुख-समृद्धि एवं सौभाग्य का आगमन होगा।
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धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर देव की पूजा करने से भक्तों को खास लाभ मिलते हैं। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद का देवता माना जाता है, इसलिए इनकी पूजा करने से व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य, रोग मुक्ति और लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है।
वहीं, कुबेर देव को धन का कोषाध्यक्ष माना जाता है, इसलिए इनकी पूजा से घर में धन की कमी दूर होती है, आर्थिक समृद्धि आती है, और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है। इस तरह, इन दोनों देवताओं की पूजा करने से आपके जीवन में धन और स्वास्थ्य दोनों का संतुलन बना रहता है।
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