सनातन धर्म में भगवान दत्तात्रेय को त्रिदेव यानी कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का अंश माना जाता है। भगवान दत्तात्रेय की पूजा मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि के दिन होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी माह की पूर्णिमा के दिन दत्तात्रेय भगवान अवरित हुए थे। दत्तात्रेय भगवान गुरु का भी स्वरूप माने जाते हैं। इसलिए इन्हें श्रीगुरुदेवदत्त के नाम से भी जाना जाता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि 14 दिसंबर को शाम 04 बजकर 58 मिनट से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 15 दिसंबर को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के आधार पर इस साल 14 दिसंबर को दत्तात्रेय जयंती मनाई जाएगी। आपको बता दें, भगवान दत्तात्रेय का संबंध गाय और कुत्ते से बताया गया है। अब ऐसे में दत्तात्रेय जयंती के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
दत्तात्रेय जयंती के दिन क्या करना चाहिए?
- दत्तात्रेय जयंती के दिन त्रिदेव की पूजा विशेष रूप से करेंष
- इस दिन भगवान दत्तात्रेय की प्रतिमा को स्थापित करें और गंगाजल से स्नान कराएं।
- इस दिन फूल, फल और नेवैद्य आदि चढ़ाएं।
- दत्तात्रेय जयंती के दिन गीता का पाठ जरूर करना चाहिए।
- इस दिन दान-पुण्य करने का विधान है। इसलिए दान जरूर करें।
- दत्तात्रेय जयंतकी के दिन भगवान दत्तात्रेय को लड्डू का भोग लगाएं।
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दत्तात्रेय जयंती के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
- दत्तात्रेय जयंती के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन किसी भी व्यक्ति को अपशब्द नहीं बोलना चाहिए।
- दत्तात्रेय जयंती के दिन झूठ बोलने से बचना चाहिए।
- इस दिन किसी को अपने घर से खाली हाथ न जाने दें।
- दत्तात्रेय जयंती के दिन किसी भी व्यक्ति का अनादर नहीं करना चाहिए।
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दत्तात्रेय जयंती का महत्व क्या है?
दत्तात्रेय जयंती पर भगवान दत्तात्रेय की पूजा करने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दत्तात्रेय जयंती पर भगवान दत्तात्रेय की पूजा करने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दत्तात्रेय जयंती पर गंगा स्नान करने और दान-पुण्य करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। दत्तात्रेय जयंती पर पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। भगवान दत्तात्रेय की कृपा से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
दत्तात्रेय जयंती के दिन किन मंत्रों का जाप करें?
दत्तात्रेय जयंती के दिन त्रिदेवों की पूजा करने के दौरान मंत्रों का जाप विशेष रूप से करना चाहिए। इससे मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
- ऊं द्रां दत्तात्रेयाय नमः
- दिगंबरा-दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगंबरा:
- ऊं ह्रीं विद्दुत जिव्हाय माणिक्यरुपिणे स्वाहा:
- ॐ दिगंबराय विद्महे योगीश्रारय् धीमही तन्नो दत: प्रचोदयात:
- ॐ विध्याधिनायकाय द्रां दत्तारे स्वाहा:
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Image Credit- HerZindagi
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