तुलसी ही नहीं, भगवान विष्णु को चढ़ाएं उसकी मंजरी... मिलेंगे ये लाभ

आपने भगवान विष्णु को कई बार तुलसी के पत्ते अर्पित किये होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुलसी की मंजरी विष्णु जी को चढ़ाने से कई लाभ मिलते हैं? आइये जानते हैं इस बारे में।
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सनातन धर्म में तुलसी को सिर्फ एक पौधा नहीं, बल्कि देवी का रूप माना गया है। इसे 'विष्णु प्रिया' भी कहते हैं क्योंकि यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे के हर हिस्से को चमत्कारी बताया गया है और हर हिस्से का अपना एक महत्व भी है। इन्हीं में से एक है तुलसी की मंजरी। तुलसी पर आने वाले फूल जैसे भाग को मंजरी कहा जाता है।

पूजा-पाठ में जहां एक ओर तुलसी के पत्तों का प्रयोग होता है तो वहीं, तुलसी की मंजरी का भी इस्तेमाल किया जाता है। विशेष रूप से अगर भगवान विष्णु की पूजा हो, तब तुलसी के पत्तों को उन्हें अर्पित करते हैं। हालांकि वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि भगवान विष्णु को तुलसी चढ़ाने का जितना पुण्य मिलता है उससे कई ज्यादा लाभ तुलसी की मंजरी अर्पित करने से प्राप्त होता है। एस एमें आइये जानते हैं तुलसी की मंजरी भगवान विष्णु को चढ़ाने से कौन से लाभ मिलते हैं।

भगवान विष्णु को तुलसी की मंजरी चढ़ाने से क्या होता है?

अगर आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं, तो भगवान विष्णु को तुलसी की मंजरी अर्पित करना बहुत लाभकारी हो सकता है। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन का आगमन बढ़ता है। मंजरी चढ़ाने से धन से जुड़ी बाधाएं दूर होती हैं और घर में बरकत बनी रहती है।

bhagwan vishnu ko tulsi ki manjari chadhane se kya hota hai

जिन लोगों के विवाह में देरी हो रही हो या कोई बाधा आ रही हो, उन्हें गुरुवार के दिन भगवान विष्णु को तुलसी की मंजरी अवश्य चढ़ानी चाहिए। भगवान विष्णु की कृपा से विवाह के योग बनने लगते हैं और जल्द ही शुभ समाचार मिल सकता है। विवाह में आ रही परेशानियां दूर होने लग जाती हैं।

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तुलसी की मंजरी में दैवीय और सकारात्मक ऊर्जा होती है। इसे भगवान विष्णु को चढ़ाने से व्यक्ति का मन शांत होता है और मानसिक तनाव कम होता है। यह मन को एकाग्र करने में भी मदद करती है और बुरे विचारों या नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति दिलाती है। ग्रह दोष में भी राहत मिलती है।

ज्योतिष शास्त्र में तुलसी को पितृ देवों से भी जोड़ा जाता है। अगर कुंडली में पितृ दोष हो तो भगवान विष्णु को मंजरी अर्पित करने से यह दोष शांत होता है। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे जीवन में आने वाली कई परेशानियां अपने आप दूर होने लग जाती हैं।

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विष्णु जी को मंजरी चढ़ाने से व्यक्ति के जीवन में सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। यह परिवार में प्रेम और सद्भाव बनाए रखने में मदद करती है। इससे परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ते मजबूत होते हैं और घर में खुशहाली आती है। साथ ही, गुरु ग्रह भी कुंडली में शुभ परिणाम देने लगते हैं।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • तुलसी की मंजरी कब नहीं तोड़नी चाहिए?

    तुलसी की मंजरी रविवार, मंगलवार और एकादशी के दिन नहीं तोड़नी चाहिए। 
  • तुलसी में मंजरी आना किस बात का संकेत है?

    तुलसी में मंजरी आना घर में समृद्धि, खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा के आगमन का संकेत है।