ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी न करें ये 2 काम, वरना बढ़ेंगी जीवन में रुकावटें

ब्रह्म मुहूर्त, यानी सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटा पहले का समय इसमें आपको कई सारे काम ऐसे हैं, जो कभी नहीं करने चाहिए। वरना आपके जीवन में रुकावटे आ सकती हैं।
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ब्रह्म मुहूर्त में कई सारे लोग होते हैं जो उठकर आपने दिन की शुरूआत करते हैं। यह मुहूर्त आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि के लिए बेहतर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह समय ऊर्जा से भरा होता है। ऐसे में अगर इस समय का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। लेकिन कई सारे लोग ऐसे होते हैं, तो इस मुहूर्त में कुछ गलतियों को कर देते हैं। इसका असर जीवन पर दिखाई देता है। अगर आप भी कुछ गलतियों को करने के बाद नजरअंदाज कर रहे हैं, तो जान लें इसका नकारात्मक प्रभाव।

ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करते समय क्रोध या नकारात्मक विचार लाना

पंडित जन्मेश द्विवेदी जी हमेशा कहते हैं कि जो भी कार्य करों अच्छे विचारों के साथ करें। बुरे विचार आपके मानसिक परेशानियों को बढ़ाता है। ऐसे में अगर आप ब्रह्म मुहूर्त में पूजा कर रहे हैं, तो कभी भी अपने मन में क्रोध, जलन, ईर्ष्या या द्वेष जैसे विचार न लेकर आएं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पूजा और जप का फल उल्टा हो सकता है।

Brahmuhrat

ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करते समय क्या करें

  • पूजा से पहले कुछ देर शांत बैठें।
  • गहरी सांस लें और ऊं शांतिः शांतिः शांतिः का तीन बार जाप करें।
  • कोशिश करें कि पूजा में पूर्ण भाव और समर्पण के साथ मन लगाएं।
  • अपना ध्यान भगवान में क्रेंदित करें।

ब्रह्म मुहूर्त में ऊंची आवाज में मंत्रोच्चारण या शोर करना

ब्रह्म मुहूर्त का वातावरण शांत होता है। उस समय बस चिड़िया की आवाज सुनाई देती है। ऐसे में आप तेज आवाज या मंत्रोच्चारण करते समय शोर करेंगे, तो इससे अन्य लोगों को दिक्कत हो सकती है। साथ ही, इससे वातावरण की पवित्रता भी भंग हो सकती है। इसलिए कोशिश करें की शांति से पूजा करें। वरना प्रकृति की ऊर्जा प्रभावित हो सकती है। तेज आवाज से मन की एकाग्रता टूटती है।

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ब्रह्म मुहूर्त में क्या करें?

  • मंत्रों का उच्चारण धीमे आवाज में करें।
  • शोर से बचें, मोबाइल आदि का इस्तेमाल न करें।
  • खुद भी ध्यान और दूसरों को भी शांति पहुंचाए।

ब्रह्म मुहूर्त एक आध्यात्मिक अमृत बेला है, जिसे सही तरीके से अपनाने पर जीवन में मानसिक शांति, सफलता और शुभता आती है। लेकिन अगर आप किसी तरह की लापरवाही करते हैं, तो इससे आपके जीवन की कठिनाईयां बढ़ने लगती हैं।

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Image Credit- Freepik

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