हिंदू धर्म में पंचक को अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। इससे व्यक्ति को अशुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इतना ही नहीं, पंचक बुधवार के दिन से आरंभ हो रहा है। इसलिए इस पंचक को बुध पंचक या दोषरहित पंचक कहा जाता है। पंचक में अपने आराध्य की पूजा-अर्चना पूरे विधि-विधान से करनी चाहिए। इससे व्यक्ति अशुभ परिणाम से बच सकता है। अब ऐसे में अप्रैल माह में पंचक कब से शुरू हो रहा है और इस दौरान क्या करना चाहिए और किन चीजों को करने से बचना चाहिए। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
अप्रैल माह में पंचक कब से शुरू हो रहा है?
हिंदू कैलेंडर के हिसाब से पंचक पांच दिनों का होता है। वहीं अप्रैल माह में पंचक 23 अप्रैल बुधवार के दिन से आरंभ हो रहा है और इस पंचक का समापन 27 अप्रैल रविवार के दिन होगा। बुधवार के दिन से पंचक शुरू होने के कारण इसे बुध पंचक या दोषरहित पंचक कहा जाता है।
पंचक का समय कब से कब तक है?
बुध पंचकबुधवार के दिन रात 12 बजकर 31 मिनट से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 27 अप्रैल रविवार के दिन दोपहर 03 बजकर 39 मिनट पर होगा।
अप्रैल माह में पंचक के दौरान क्या करना चाहिए?
- अप्रैल 2025 में पंचक 23 अप्रैल, बुधवार को रात 12:31 बजे से शुरू होकर 27 अप्रैल, रविवार को दोपहर 03:39 बजे तक रहेगा। लेकिन यह पंचक बुधवार से शुरू हो रहा है, इसलिए इसे अशुभ नहीं माना जाता है। फिर भी, इस दौरान कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए और कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए।
- पंचक में अपने आराध्य की पूजा की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ करनी चाहिए।
- पंचक में दान-पुण्य करने का विशेष विधि-विधान है। इसलिए इस दौरान जरूरतमंदों को दान जरूर करें।
- इस दौरान केले के वृक्ष और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- पंचक के दौरान आटे की लोई में चने की दाल, गुड़ और हल्दी डालकर गाय को खिलाएं।
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अप्रैल माह में पंचक के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
- पंचक में ऐसा माना जाता है कि इस दौरान लकड़ी या अन्य कोई लोहे का सामान इक्ट्ठा नहीं करना चाहिए। इसे शुभ नहीं माना जाता है।
- दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है, इसलिए इस दौरान इस दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है। यदि आवश्यक हो, तो यात्रा शुरू करने से पहले हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें पांच प्रकार के फल चढ़ाएं।
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- पंचक के दौरान घर की छत बनवाने से घर में क्लेश और धन की हानि हो सकती है।
- पंचक में चारपाई या पलंग बनवाने से संकट आ सकता है। यदि आपने पंचक के दौरान ऐसा किया है, तो पंचक समाप्त होने के बाद ही इसका उपयोग करें।
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Image Credit- HerZindagi
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