किसी भी नए काम को शुरू करने से पहले, चाहे वह कोई नया प्रोजेक्ट हो, लंबी यात्रा हो, या बस दिन की शुरुआत हो, शुभ मुहूर्त जानना ज्योतिष के अनुसार बहुत फायदेमंद होता है। ऐसा माना जाता है कि सही और शुभ समय पर काम शुरू करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है और अधिक लाभ मिलता है। वहीं, दूसरी ओर कार्य को सफल बनाने के लिए पूजे जाने वाले देवता गणेश जी का दिन यानी कि विनायक चतुर्थी भी आज है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स आपको 30 मई, शुक्रवार का पूरा पंचांग विस्तार से बता रहे हैं, ताकि आप अपने दिन की बेहतर योजना बना सकें और शुभ समय का लाभ उठाकर अपने कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें।
आज का पंचांग 30 मई 2025
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष चतुर्थी | सूर्य रोहिणी | शुक्रवार | गण्ड | वणिज |
आज का सूर्य और चंद्रमा का समय (30 मई 2025)
प्रहार | समय |
सूर्योदय | सुबह 05:24 बजे |
सूर्यास्त | शाम 07:13 बजे |
चंद्रोदय | रात 09:16 बजे |
चंद्रास्त | रात 11:24 बजे |
आज का शुभ मुहूर्त और योग (30 मई 2025)
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04:03 बजे से सुबह 04:43 बजे तक |
अभिजीत मुहूर्त | सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:46 बजे तक |
अमृत काल मुहूर्त | शाम 07:12 बजे से रात 08:43 बजे तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02:37 बजे से दोपहर 03:32 बजे तक |
गोधुली मुहूर्त | शाम 07:12 बजे से शाम 07:33 बजे तक |
नीतिशा मुहूर्त | रात 11:58 बजे से रात 12:39 बजे (31 मई) तक |
सर्वार्थसिद्धि योग | सुबह 05:24 बजे से रात 09:29 बजे तक |
रवि योग | सुबह 05:24 बजे से रात 09:29 बजे तक |
आज का अशुभ मुहूर्त (30 मई 2025)
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | सुबह 10:35 बजे से दोपहर 12:19 बजे तक |
गुलिक काल | सुबह 07:08 बजे से सुबह 08:51 बजे तक |
यमगंड | दोपहर 02:02 बजे से दोपहर 03:45 बजे तक |
दुर्मुहूर्त | सुबह 08:10 बजे से सुबह 09:05 बजे तक |
भद्रा | सुबह 10:14 बजे से रात 09:22 बजे तक |
आज का पर्व और त्योहार (30 मई 2025)
30 मई 2025, शुक्रवार का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार एक विशेष त्योहार के साथ मनाया जाएगा। इस दिन विनायक चतुर्थी का पर्व है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है और इस दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान गणेश से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने का आशीर्वाद मांगते हैं। माना जाता है कि इस दिन गणेश जी की पूजा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
आज का उपाय 30 मई 2025
शुक्रवार का दिन धन की देवी माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर साफ कपड़े पहनें, खासकर गुलाबी या सफेद रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। अपने घर के पूजा स्थान पर माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। उन्हें लाल फूल, कमलगट्टा, कौड़ी, अक्षत और मिठाई जैसे खीर अर्पित करें। इसके बाद श्री सूक्त का पाठ करें। श्री सूक्त का पाठ माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है और इसे करने से घर में धन का आगमन होता है, आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
इस दिन सफेद वस्तुओं जैसे चावल, दूध, दही, चीनी, सफेद वस्त्र या चांदी का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इससे शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती है और भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। शुक्र ग्रह के बीज मंत्र 'ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः' का जाप स्फटिक की माला से 108 बार करें। यह मंत्र शुक्र ग्रह को शांत करता है और उसके शुभ प्रभावों को बढ़ाता है। शुक्रवार के दिन गरीबों या जरूरतमंदों को भोजन कराना भी बहुत पुण्य का कार्य है, खासकर चावल से बनी खीर या अन्य मीठा। इससे माता लक्ष्मी और शुक्र देव दोनों प्रसन्न होते हैं।
वैसे तो शुक्रवार को तुलसी पूजा की जाती है, लेकिन 30 मई को विनायक चतुर्थी भी है। गणेश जी को तुलसी अर्पित नहीं की जाती, इसलिए गणेश जी की पूजा में तुलसी का प्रयोग न करें। हालांकि, आप शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जला सकते हैं और परिक्रमा कर सकते हैं। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखेगा।
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image credit: herzindagi
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