
27 नवंबर 2025, गुरुवार का दिन है और इस दिन के पंचांग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। गुरुवार का दिन होने के कारण यह भगवान विष्णु की पूजा के लिए उत्तम है और इस दिन का शुभ नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी रहेगा जो शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। इसके अलावा, इस दिन सिद्धि योग भी बन रहा है जिससे किसी भी कार्य की शुरुआत करने पर सफलता प्राप्त होने की संभावना बढ़ जाती है। यह दिन भगवान विष्णु की पूजा, दान-पुण्य और किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की नींव रखने के लिए बहुत ही शुभ रहेगा। ऐसे में आइये जानते हैं एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी से आज का पंचांग।
| तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
| मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी (शाम 04 बजकर 01 मिनट तक)/अष्टमी | उत्तरा फाल्गुनी (सुबह 08 बजकर 54 मिनट तक)/हस्त | गुरुवार | सिद्धि (सुबह 09 बजकर 31 मिनट तक)/व्यतिपात | विष्टि |

| प्रहर | समय |
| सूर्योदय | सुबह 06 बजकर 56 मिनट |
| सूर्यास्त | शाम 05 बजकर 24 मिनट |
| चंद्रोदय | रात 11 बजकर 27 मिनट |
| चंद्रास्त | दोपहर 12 बजकर 30 मिनट (अगले दिन) |
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
| ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 05 बजकर 09 मिनट से सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक |
| अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक |
| गोधुली मुहूर्त | शाम 05 बजकर 21 मिनट से शाम 05 बजकर 48 मिनट तक |
| विजय मुहूर्त | दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से दोपहर 02 बजकर 39 मिनट तक |
| अमृत काल | रात 01 बजकर 22 मिनट से देर रात 02 बजकर 54 मिनट |
| मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
| राहु काल | दोपहर 01 बजकर 26 मिनट से दोपहर 02 बजकर 45 मिनट तक |
| गुलिक काल | सुबह 09 बजकर 35 मिनट से सुबह 10 बजकर 54 मिनट तक |
| यमगंड | सुबह 06 बजकर 56 मिनट से सुबह 08 बजकर 16 मिनट तक |
| दुर्मुहुरत (पहला भाग) | सुबह 10 बजकर 10 मिनट से सुबह 10 बजकर 52 मिनट तक |
| दुर्मुहुरत (दूसरा भाग) | दोपहर 02 बजकर 39 मिनट से दोपहर 03 बजकर 21 मिनट तक |
| भद्रा | सुबह 06 बजकर 56 मिनट से दोपहर 03 बजकर 21 मिनट तक |

27 नवंबर 2025 को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन कोई बड़ा या मुख्य व्रत-त्योहार नहीं मनाया जाएगा, लेकिन यह दिन गुरुवार होने के कारण भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा के लिए बहुत शुभ है। इस दिन लोग विशेष रूप से पीली चीज़ों का दान करते हैं, केले के पेड़ की पूजा करते हैं, और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हैं, जिससे धन, ज्ञान और भाग्य में वृद्धि होती है। इस दिन को नियमित धार्मिक अनुष्ठान और दान-पुण्य के लिए उत्तम माना जाता है।
27 नवंबर 2025 को गुरुवार और मार्गशीर्ष माह की सप्तमी तिथि है, इसलिए इस दिन किए गए उपाय बहुत फलदायी होंगे। गुरुवार होने के कारण आपको भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इसके लिए, सुबह स्नान के बाद पीले वस्त्र पहनें और विष्णु चालीसा का पाठ करें। समृद्धि और भाग्य में वृद्धि के लिए केले के पेड़ में जल चढ़ाएं और हल्दी मिश्रित जल अर्पित करें। अगर आप नौकरी या व्यापार में सफलता चाहते हैं तो किसी गरीब या ब्राह्मण को पीले रंग की वस्तुएं (जैसे चना दाल, हल्दी या पीली मिठाई) दान करें। इससे गुरु ग्रह मजबूत होगा और जीवन में शुभता आएगी।
इसे भी पढ़ें-
हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।