Aaj Ka Panchang 15 June 2025: सूर्य गोचर से हो रहा है कई शुभ योगों का निर्माण, मिथुन संक्रांति के दिन देखें आज का पंचांग

आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है और रविवार का दिन है जो सूर्य देव को समर्पित है। आज के दिन अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल का समय भी निर्धारित है जिससे शुभ-अशुभ कार्यों का निर्धारण किया जा सकता है।  
15 june 2025 panchang

15 जून 2025 का पंचांग बहुत खास है। आज के दिन मिथुन संक्रांति है जिसका अर्थ है कि सूर्य वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। आज आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है और रविवार का दिन है जो सूर्य देव को समर्पित है। आज के दिन अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल का समय भी निर्धारित है जिससे शुभ-अशुभ कार्यों का निर्धारण किया जा सकता है। कुल मिलाकर आज का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। ऐसे में आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आज का पंचांग।

आज का पंचांग 15 जून 2025

तिथि नक्षत्र दिन/वार योग करण
आषाढ़ मास कृष्ण पक्ष चतुर्थी श्रवण रविवार इंद्र बालव

15 june 2025 sunday ka panchang

आज का सूर्य और चंद्रमा का समय 15 जून 2025

प्रहार समय
सूर्योदय सुबह 05:23 बजे
सूर्यास्त शाम 07:20 बजे
चंद्रोदय रात्रि 10:16 बजे
चंद्रास्त सुबह 08:27 बजे

आज का शुभ मुहूर्त और योग 15 जून 2025

मुहूर्त नाम मुहूर्त समय
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:07 बजे से सुबह 04:49 बजे
अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:54 बजे से दोपहर 12:50 बजे
अमृत काल मुहूर्त सुबह 06:00 बजे से सुबह 07:30 बजे
विजय मुहूर्त दोपहर 02:33 बजे से दोपहर 03:28 बजे
गोधूलि मुहूर्त सुबह 09:00 बजे से सुबह 10:30 बजे

आज का अशुभ मुहूर्त 15 जून 2025

मुहूर्त नाम मुहूर्त समय
राहु काल शाम 05:36 बजे से शाम 07:20 बजे
गुलिक काल दोपहर 03:51 बजे से शाम 05:36 बजे
यमगंड दोपहर 12:22 बजे से दोपहर 02:06 बजे
दिशाशूल पश्चिम दिशा

आज का व्रत और त्योहार (15 जून 2025)

आज यानी कि 15 जून 2025 को मिथुन संक्रांति है। सूर्यदेव वृषभ राशि को छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करना संक्रांति कहलाता है और चूंकि इस दिन सूर्य मिथुन राशि में जा रहे हैं इसलिए इसे मिथुन संक्रांति कहते हैं। यह दिन बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं, स्नान करते हैं और दान-पुण्य करते हैं। इस दिन अनाज, कपड़े और तिल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। मिथुन संक्रांति का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह ऋतु परिवर्तन का भी संकेत देता है।

आज के दिन रविवार भी है। ऐसे में कई लोग रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा के साथ ही रविवार का व्रत भी रखते हैं। रविवार का दिन ग्रहों के राजा भगवान सूर्य देव को समर्पित है। जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं उन पर सूर्य देव की विशेष कृपा बनी रहती है। यह व्रत अच्छे स्वास्थ्य, तेजस्विता, यश, मान-सम्मान और सुख-समृद्धि के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। यह व्रत रोगों से मुक्ति दिलाता है और शारीरिक कष्टों को दूर करता है। सूर्य को आरोग्य का देवता माना जाता है। सूर्य देव की पूजा करने से समाज में व्यक्ति का मान-सम्मान बढ़ता है और उसे प्रसिद्धि मिलती है।

15 june 2025 sunday panchang

आज का उपाय (15 जून 2025)

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर उगते हुए सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में थोड़ी सी रोली, अक्षत और लाल फूल डाल लें। जल चढ़ाते समय 'ॐ सूर्याय नमः' या 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें। यह उपाय आपको आत्मविश्वास, यश और अच्छी सेहत देगा। यदि संभव हो तो सुबह सूर्य को जल चढ़ाने के बाद आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। यह स्तोत्र भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त करने से पहले पढ़ा था। इसका पाठ करने से साहस बढ़ता है, शत्रु पर विजय मिलती है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।

रविवार के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। यदि संभव हो तो इस दिन लाल रंग की कोई वस्तु जैसे गुड़, गेहूं, तांबा या लाल मसूर की दाल किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को दान करें। यह दान सूर्य देव को प्रसन्न करता है और आपकी कुंडली में सूर्य को मजबूत बनाता है। मिथुन संक्रांति के दिन पितरों का स्मरण करना भी शुभ होता है। यदि आप कर सकें तो पितरों के नाम से ब्राह्मणों को भोजन कराएं या किसी मंदिर में दान दें। संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत महत्व है। यदि नदी में स्नान संभव न हो तो अपने घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।

मिथुन संक्रांति पर गाय को हरा चारा या गुड़ और रोटी खिलाना पुण्य का काम माना जाता है। इससे ग्रहों की शांति होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। यदि संभव हो तो मिथुन संक्रांति के दिन कोई फलदार पौधा लगाएं। यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा है और ज्योतिषीय रूप से भी शुभ माना जाता है। रविवार का दिन भगवान विष्णु को भी समर्पित है। इस दिन आप भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं और उन्हें तुलसी दल अर्पित कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति बीमार है, तो उसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रविवार को सूर्य देव से प्रार्थना करें और उन्हें जल चढ़ाएं।

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image credit: herzindagi

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