हिंदू पंचांग के अनुसार आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज हस्त नक्षत्र के साथ इस दिन की शुरूआत हो रही है। साथ ही परिघ योग बन रहा है। ज्योतिष गणना के हिसाब से इस दिन चंद्रमा तुला राशि में ही मौजूद है। आज बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो व्यक्ति बप्पा की पूजा विधिवत रूप से करते हैं।
उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है और भाग्योदय हो सकता है। अब ऐसे में बुधवार के दिन सूर्य अर्घ्य से लेकर बुधवार की पूजा और निशिता काल की पूजा किस मुहूर्त में करने से उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
आज का पंचांग 03 जुलाई 2025
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि | उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र | बुधवार | वरीयान योग | करण और वणिज |
आज सूर्य और चंद्रमा का समय 03 जुलाई 2025
सूर्योदय | सुबह 5 बजकर 49 मिनट से लेकर |
सूर्यास्त | शाम 7 बजकर 12 मिनट तक |
चंद्रोदय | प्रात: 12 बजकर 05 मिनट से लेकर |
चंद्रास्त | सुबह 12 बजकर 09 मिनट तक |
आज का शुभ मुहूर्त और योग 03 जुलाई 2025
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04 बजकर 13 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 10 मिनट तक |
अमृत काल | सुबह 07 बजकर 09 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 56 मिनट तक |
अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 07 बजकर 22 मिनट से शाम 07 बजकर 42 मिनट तक |
निशिता मुहूर्त | रात 12 बजकर 05 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 46 मिनट तक |
संध्या मुहूर्त | शाम 7 बजकर 30 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 21 मिनट तक |
आज का अशुभ मुहूर्त 03 जुलाई 2025
राहु काल | दोपहर 02 बजकर 11 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 51 मिनट तक |
गुलिक काल | सुबह 09 बजकर 10 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 50 मिनट तक |
यमगंड | सुबह 05 बजकर 49 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 30 मिनट तक |
दिशाशूल | दक्षिण दिशा, यात्रा करने से पहले दही-चीनी जरूर खाकर निकलें। |
दुर्मुहूर्त | सुबह 10 बजकर 17 मिनट से लेकर सुबह 11 बजकर 10 मिनट तक |
आज पर्व और त्योहार 03 जुलाई 2025
पंचांग के हिसाब से आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज भगवान विष्णु की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन श्रीहरि की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है और मनोवांछित फलों की प्राप्ति है। साथ ही आज मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन विशेष रूप से मां दुर्गा की पूजा करने का विधान है।
आज गुरुवार के उपाय 03 जुलाई 2025
गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह रंग भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को प्रिय है। साथ ही, इस दिन केले का दान करें। केले का भोग भगवान विष्णु को लगाएं और फिर गरीबों या जरूरतमंदों में बांट दें। मान्यता है कि इससे नौकरी और व्यापार में तरक्की मिलती है। हालाँकि, इस दिन खुद केला खाने से बचें।
बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन स्नान करते समय पानी में एक चुटकी हल्दी मिला लें। इससे गुरु की स्थिति मजबूत होती है और सकारात्मकता बनी रहती है। स्नान के बाद सूर्य देवता को जल में हल्दी मिलाकर अर्घ्य देना भी बेहद शुभ माना जाता है।
गुरुवार को भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की विधि-विधान से पूजा करें। पूजा में पीले फूल, पीले वस्त्र, पीले फल और पीली मिठाई अर्पित करें। घी का दीपक जलाएं और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इससे जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं और तरक्की मिलती है।
गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें। केले के पेड़ में जल अर्पित करें और उसकी परिक्रमा करें। मान्यता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और आर्थिक तंगी दूर होती है। कुछ मान्यताओं के अनुसार, केले के पेड़ की जड़ में एक रुपये का सिक्का दबाना भी शुभ माना जाता है।
गुरुवार के दिन स्नान के बाद हल्दी का तिलक लगाएं। इससे भाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में चल रही सभी बाधाएं दूर हो सकती है।
आज गुरुवार के खास मंत्र 03 जुलाई 2025
आज गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें। इससे व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:
ॐ बृं बृहस्पतये नमः
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः
ॐ ह्रीं क्लीं हूं बृहस्पतये नमः
देवानां च ऋषीणां च गुरुं काञ्चनसन्निभम्। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्
ॐ श्रीं श्रीं गुरुवे नमः
ॐ गुं गुरवे नमः
03 जुलाई 2025 आज के पंचांग का महत्व
आज आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है और आज गुरुवार का दिन भी है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने की मान्यता है। अगर आपकी कुंडली में गुरुदोष है तो इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने से उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। साथ ही इस दिन श्रीहरि के मंत्रों का जाप करने से भाग्योदय हो सकता है।
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Image Credit- HerZindagi
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