हर साल लोगों को गणपति बप्पा के आने का इंतजार होता है। इस बार गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से गणेश जी का आगमन हर घर में किया जाएगा। इसकी रौनक सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में दिखाई देगी। ऐसे में अगर आप भी गणपति बप्पा को लाने का सोच रहे हैं, तो इसके लिए सही मुहूर्त का ध्यान रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य का फल सबसे ज्यादा मिलता है। साथ ही, इसका असर जीवन में सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। आइए पंडित सौरभ त्रिपाठी जी, छिंदवाड़ा, एमपी से जानते हैं आप किन चौघड़िया मुहूर्त में गणपति बप्पा को घर में ला सकते हैं। साथ ही, स्थापना और पूजा का समय भी आप यहां से जान सकते हैं।
आज का चौघड़िया मुहूर्त 26 अगस्त 2025 (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
रोग | सुबह 05:55 बजे से सुबह 07:25 बजे तक |
उद्वेग | सुबह 07:25 बजे से सुबह 09:00 बजे तक |
चर | सुबह 09:00 बजे से सुबह 10:35 बजे तक |
लाभ | सुबह 10:35 बजे से दोपहर 12:10 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
- रोग: यह मुहूर्त विवाद, झगड़े और बीमारी से जुड़ा है। इसमें किसी भी तरह के शुभ कार्य को न करें। इससे आपके जीवन की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
- उद्वेग: इस मुहूर्त में तनाव और बाधाएं आ सकती हैं। महत्वपूर्ण कार्य टालने चाहिए। सरकारी कार्यों को इस समय में आप कर सकते हैं।
- चर: यह मुहूर्त यात्रा और गतिशील कार्यों के लिए शुभ है। इसमें व्यापार से संबंधित कार्य भी किए जा सकते हैं।
- लाभ: यह मुहूर्त लाभ कमाने, नया व्यवसाय शुरू करने, लेन-देन के लिए अच्छा माना जा रहा है।

26 अगस्त 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
- अमृत: दोपहर 12:10 बजे से दोपहर 01:45 बजे तक रहने वाला है। इसे सभी शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। विवाह, गृह प्रवेश, नई शुरुआत और धार्मिक कार्यों के लिए यह समय अत्यंत फलदायी होता है।
- काल : दोपहर 01:45 बजे से दोपहर 03:20 बजे तक रहने वाला है। इस मुहूर्त को अशुभ माना जाता है। इसमें कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।
- शुभ: दोपहर 03:20 बजे से शाम 04:55 बजे तक रहेगा। यह मुहूर्त विवाह, धार्मिक अनुष्ठान और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है। इसमें किए गए कार्य सफल होते हैं।
- रोग: शाम 04:55 बजे से शाम 06:35 बजे तक है। यह दिन का अंतिम चौघड़िया रोग है। इसमें किसी भी नए काम को शुरू करने से बचें।
आज रात का चौघड़िया मुहूर्त 26 अगस्त 2025 (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
काल | शाम 06:35 बजे से रात 08:10 बजे तक |
शुभ | रात 08:10 बजे से रात 09:45 बजे तक |
अमृत | रात 09:45 बजे से रात 11:20 बजे तक |
चर | रात 11:20 बजे से मध्यरात्रि 12:55 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
- काल: यह रात का पहला अशुभ मुहूर्त है। धन से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं, लेकिन अन्य शुभ कार्यों से बचें।
- शुभ: यह मुहूर्त विवाह और मांगलिक कार्यों के लिए शुभ है। इसमें किए गए कार्य सफल होते हैं।
- अमृत: रात का सबसे शुभ चौघड़िया। इस दौरान आध्यात्मिक साधना और ध्यान से संबंधित कार्य किए जा सकते हैं।
- चर : यात्रा या गतिशील कार्यों के लिए यह चौघड़िया शुभ है।

26 अगस्त 2025 रात के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
- रोग : मध्यरात्रि 12:55 बजे से देर रात 02:30 बजे तक है। इस अवधि में किसी भी नए या महत्वपूर्ण काम को शुरू करने से बचें।
- उद्वेग: देर रात 02:30 बजे से देर रात 04:05 बजे तक रहेगा। इस मुहूर्त में तनाव और चिंता की संभावना होती है। महत्वपूर्ण कार्य टालने चाहिए।
- शुभ: देर रात 04:05 बजे से सुबह 05:40 बजे तक है। यह मुहूर्त शुभ कार्यों के लिए अच्छा है, खासकर धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए।
- अमृत : सुबह 05:40 बजे से सुबह 05:51 बजे तक है। सूर्योदय से ठीक पहले का यह चौघड़िया बहुत शुभ होता है और इसमें किए गए कार्य फलदायी होते हैं।
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Image Credit- Freepik
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