आज 22 जून 2025 यानी कि रविवार का दिन और आज के दिन सूर्य ग्रह का प्रभाव रहेगा जिसके चलते कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है जो विशेष रूप से कार्य पूर्ति के लिए अच्छे सिद्ध हो सकते हैं। ऐसे में अगर आपका कोई काम लम्बे समय से अटका हुआ है या रुका हुआ है तो ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के माध्यम से आज दिन और रात का चौघड़िया मुहूर्त देखें और फिर शुभ समय में उन कामों को करें। इससे आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
आज का चौघड़िया मुहूर्त 22 जून 2025 (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)
मुहूर्त का नाम | मुहूर्त का समय |
उदवेग (अशुभ) | सुबह 05:23 बजे से सुबह 07:09 बजे तक |
चर (सामान्य) | सुबह 07:09 बजे से सुबह 08:55 बजे तक |
लाभ (शुभ) | सुबह 08:55 बजे से सुबह 10:41 बजे तक |
अमृत (सर्वोत्तम) | सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
उदवेग (अशुभ): 'उद्वेग' का अर्थ है चिंता या परेशानी। रविवार का पहला चौघड़िया अक्सर 'उद्वेग' होता है, और यह विशेष रूप से अशुभ माना जाता है। इस अवधि में किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह मानसिक अशांति या बाधाओं का कारण बन सकता है।
चर (सामान्य): यह एक सामान्य शुभ मुहूर्त है, न बहुत अच्छा न बहुत बुरा। 'चर' का अर्थ है गतिशील। यह यात्रा और उन कार्यों के लिए उपयुक्त है जिनमें गति या स्थानांतरण शामिल हो, जैसे वाहन खरीदना या किसी यात्रा की शुरुआत करना।
लाभ (शुभ): यह मुहूर्त 'लाभ' यानी फायदे से जुड़ा है। यह धन से संबंधित कार्यों, नए व्यापार की शुरुआत, लेन-देन, और ऐसे सभी कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता है जिनसे आपको आर्थिक या किसी अन्य प्रकार का लाभ मिलने की संभावना हो।
अमृत (सर्वोत्तम): 'अमृत' का अर्थ है अमरता या सर्वोच्च शुभता। यह दिन के सबसे शुभ मुहूर्तों में से एक है। यह सभी प्रकार के महत्वपूर्ण और शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, जैसे गृह प्रवेश, नींव रखना, महत्वपूर्ण समझौता करना, नया व्यवसाय शुरू करना, या कोई भी ऐसा कार्य जिसमें स्थायी सफलता और शुभ परिणाम चाहिए हों।
22 जून 2025 दिन के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
काल (अशुभ): दोपहर 12:27 बजे से दोपहर 02:13 बजे तक। यह मुहूर्त अशुभ माना जाता है। 'काल' मृत्यु या बाधाओं का प्रतीक है। इस समय में कोई भी नया या शुभ कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। इस दौरान यात्रा भी वर्जित होती है। रविवार को 'काल' चौघड़िया का प्रभाव विशेष रूप से तीव्र होता है।
शुभ (उत्तम): दोपहर 02:13 बजे से शाम 03:59 बजे तक। यह मुहूर्त भी शुभ कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है, खासकर धार्मिक कार्य, मांगलिक कार्य, पूजा-पाठ, या कोई ऐसा कार्य जिसमें पवित्रता और सकारात्मकता की आवश्यकता हो। यह अमृत के बाद दूसरा सबसे अच्छा मुहूर्त होता है।
रोग (अशुभ): शाम 03:59 बजे से शाम 05:45 बजे तक। यह मुहूर्त अशुभ होता है और इसमें किसी भी नए कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। 'रोग' का अर्थ बीमारी या बाधा है। इस समय में यात्रा, वाद-विवाद, या ऐसे कार्य जिनसे परेशानी उत्पन्न हो सकती है, उनसे दूर रहना चाहिए। रविवार को 'रोग' चौघड़िया भी अशुभ माना जाता है।
उदवेग (अशुभ): शाम 05:45 बजे से शाम 07:23 बजे तक। यह दिन का अंतिम चौघड़िया है और फिर से 'उद्वेग' मुहूर्त है। यह भी अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने या नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।
आज रात का चौघड़िया मुहूर्त 22 जून 2025 (सूर्यास्त से अगले सूर्योदय तक)
मुहूर्त का नाम |
मुहूर्त का समय |
शुभ (उत्तम) | शाम 07:23 बजे से रात 08:52 बजे तक |
अमृत (सर्वोत्तम) | रात 08:52 बजे से रात 10:21 बजे तक |
चर (सामान्य) | रात 10:21 बजे से रात 11:50 बजे तक |
रोग (अशुभ) | रात 11:50 बजे से अगली सुबह 01:19 बजे तक |
मुहूर्त के अनुसार क्या करें?
शुभ (उत्तम): यह मुहूर्त नाम से ही शुभ है। यह धार्मिक कार्यों, पूजा-पाठ, ध्यान, या ऐसे कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है जिनमें सकारात्मकता और पवित्रता की आवश्यकता हो। यह विवाह संबंधी बातचीत या सद्भाव स्थापित करने वाले कार्यों के लिए भी अच्छा है।
अमृत (सर्वोत्तम): 'अमृत' सबसे शुभ चौघड़ियों में से एक है। यह सभी प्रकार के महत्वपूर्ण और शुभ कार्यों के लिए सर्वोत्तम माना जाता है, खासकर वे कार्य जिनमें स्थायी सफलता या लंबे समय तक चलने वाले अच्छे परिणाम की उम्मीद हो। यदि आप रात में कोई महत्वपूर्ण योजना बनाते हैं, तो यह समय अनुकूल हो सकता है।
चर (सामान्य): यह 'चर' मुहूर्त है, जिसका अर्थ है गतिशील या सामान्य। यह यात्रा या ऐसे कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है जिनमें स्थानांतरण शामिल हो। यह न तो बहुत अच्छा होता है और न ही बहुत बुरा, एक सामान्य शुभ मुहूर्त है।
रोग (अशुभ): 'रोग' मुहूर्त अशुभ माना जाता है। इस दौरान किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने से बचना चाहिए। यह समय वाद-विवाद, बीमारी या बाधाओं का कारक हो सकता है। रविवार को 'रोग' चौघड़िया का प्रभाव बढ़ जाता है।
22 जून 2025 रात के अन्य चौघड़िया मुहूर्त
काल (अशुभ): अगली सुबह 01:19 बजे से अगली सुबह 02:48 बजे तक। 'काल' मुहूर्त भी अशुभ होता है और इसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। यह मृत्यु या हानि का प्रतीक माना जाता है। रविवार को 'काल' चौघड़िया विशेष रूप से तीव्र होता है, इसलिए इस दौरान बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
लाभ (शुभ): अगली सुबह 02:48 बजे से अगली सुबह 04:17 बजे तक। यह 'लाभ' मुहूर्त है, जो फायदे और वृद्धि से जुड़ा है। यह धन से संबंधित कार्यों, लेन-देन या उन सभी कामों के लिए अच्छा माना जाता है जिनसे आपको आर्थिक या किसी अन्य प्रकार का लाभ मिलने की संभावना हो।
उदवेग (अशुभ): अगली सुबह 04:17 बजे से अगली सुबह 05:24 बजे तक। 'उद्वेग' का अर्थ है चिंता या परेशानी। यह भी अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने या नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। यह मानसिक अशांति और तनाव का कारक हो सकता है।
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image credit: herzindagi
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