रात में अकेले ट्रेन से सफर कर रही थी पूर्वी, मुंबई से सूरत की इस जर्नी में रात 11 बजे उसके साथ जो हुआ... जानकर आपका दिल भी हो जाएगा खुश

Seat 38- Purvi Train Journey: पूर्वी ट्रेन में 38 नंबर सीट पर बैठी थी। इस सफर में उनके साथ न ही कोई दोस्त था और न ही कोई परिवार का सदस्य। रात के 11 बजे रहे थे और वह आराम कर रही थी, तभी उसे ट्रेन में किसी ने पीछे से आवाज लगाई।
purvi shares experience travelling alone at night in train of seat no 38 safer travel for women
ट्रेन से अकेले सफर करना आज भी महिलाओं के लिए उतना सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। भले ही आज के समय में महिलाएं अपने हक के लिए आवाज उठाने लगी हैं। उन्हें घर से बाहर निकलने के लिए अब किसी के साथ की जरूरत नहीं। लेकिन परिवार के लोगों को सेफ्टी का भरोसा करवाना आसान नहीं है। आज भी , हर दिन महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं देखने को मिलती हैं। ऐसे में माता-पिता बेटियों को अकेले घर से भेजने में अकेले भी घबराते हैं। ऐसा ही एक मामला, हाल ही में सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है। मुंबई से वंदे भारत ट्रेन में सूरत जा रही पूर्वी नाम की महिला ने अपना ट्रेन एक्सपीरियंस शेयर किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर इस बारे में जानकारी शेयर करते हुए अपनी यात्रा के बारे में बताया। लेकिन महिला का यह एक्सपीरियंस अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रहा है। महिला का यह पोस्ट अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। यह घटना क्या है और ट्रेन से सफर करना महिलाओं के लिए कितना सुरक्षित है? इसके बारे में हम विस्तार से जानकारी देंगे।

पूर्वी के साथ ट्रेन में क्या हुआ?

  • पूर्वी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी देते हुए लिखा कि, रात 11 बजे वह आराम कर रही थी, तभी उसका नाम किसी ने पुकारा। नाम सुनते ही वह तुरंत उठकर बैठ गई , क्योंकि वह अकेले सफर कर रही थी। जब उसने नजर घुमाई, तो वहां दो महिला RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) अफसर खड़ी थीं।
  • उसका नाम पूछने के बाद उन्होंने उनसे पूछा कि वह ठीक हैं? उन्हें ट्रेन में किसी तरह की परेशानी तो नहीं। दो महिला अफसरों का उनके पास स्पेशल आना और उनकी सेफ्टी के बारे में पूछना वाकई गर्व करने लायक बात थी।

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  • महिला अफसर ने उनसे केवल सेफ्टी के बारे में पूछा ही नहीं, बल्कि उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर दिया और कहा कि अगर किसी तरह की कोई भी परेशानी हो, तो वह इस नंबर पर संपर्क कर सकती हैं।
  • आगे पूर्वी ने अपने पोस्ट पर कहा कि भले ही उनका इस तरह हाल-चाल पूछना और मदद के लिए कहना एक छोटा सा कदम था, लेकिन यह देखकर लगा कि.. हमारा देश सही रास्ते पर है।

आप भी कर सकती हैं अपनी मदद

दरअसल, भारत सरकार द्वारा रेलवे में महिलाओं की सेफ्टी के लिए ‘मेरी सहेली’ योजना लाई गई है। इस योजना के तरत, ट्रेन में सफर के दौरान किसी भी महिला यात्री को दिक्कत होती है, तो वह मदद मांग सकती हैं। इस योजना के तरत महिला पुलिसकर्मी खुद ही आपके पास आती हैं और आपसे आपकी सेफ्टी के बारे में पूछती हैं। उनके पास यह जानकारी होती है कि ट्रेन में कौन सी महिला अकेले सफर कर रही हैं। वह सफर के दौरान महिला से पूछताछ करती है कि आप कहां जा रही हैं? और यात्रा में कोई दिक्कत तो नहीं।

meri saheli

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image credit- freepik

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