पूर्वी के साथ ट्रेन में क्या हुआ?
- पूर्वी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी देते हुए लिखा कि, रात 11 बजे वह आराम कर रही थी, तभी उसका नाम किसी ने पुकारा। नाम सुनते ही वह तुरंत उठकर बैठ गई , क्योंकि वह अकेले सफर कर रही थी। जब उसने नजर घुमाई, तो वहां दो महिला RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) अफसर खड़ी थीं।
- उसका नाम पूछने के बाद उन्होंने उनसे पूछा कि वह ठीक हैं? उन्हें ट्रेन में किसी तरह की परेशानी तो नहीं। दो महिला अफसरों का उनके पास स्पेशल आना और उनकी सेफ्टी के बारे में पूछना वाकई गर्व करने लायक बात थी।
- महिला अफसर ने उनसे केवल सेफ्टी के बारे में पूछा ही नहीं, बल्कि उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर दिया और कहा कि अगर किसी तरह की कोई भी परेशानी हो, तो वह इस नंबर पर संपर्क कर सकती हैं।
- आगे पूर्वी ने अपने पोस्ट पर कहा कि भले ही उनका इस तरह हाल-चाल पूछना और मदद के लिए कहना एक छोटा सा कदम था, लेकिन यह देखकर लगा कि.. हमारा देश सही रास्ते पर है।
आप भी कर सकती हैं अपनी मदद
दरअसल, भारत सरकार द्वारा रेलवे में महिलाओं की सेफ्टी के लिए ‘मेरी सहेली’ योजना लाई गई है। इस योजना के तरत, ट्रेन में सफर के दौरान किसी भी महिला यात्री को दिक्कत होती है, तो वह मदद मांग सकती हैं। इस योजना के तरत महिला पुलिसकर्मी खुद ही आपके पास आती हैं और आपसे आपकी सेफ्टी के बारे में पूछती हैं। उनके पास यह जानकारी होती है कि ट्रेन में कौन सी महिला अकेले सफर कर रही हैं। वह सफर के दौरान महिला से पूछताछ करती है कि आप कहां जा रही हैं? और यात्रा में कोई दिक्कत तो नहीं।
- अगर ट्रेन में आपको किसी तरह की परेशानी होती है, तो आप महिला सुरक्षा बल के हेल्पलाइन नंबर 182 पर फोन करके तुरंत मदद मांग सकती हैं।
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image credit- freepik
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