अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ को ऑस्कर में स्वतंत्र रूप से भेजा जा रहा है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखाया है, हालांकि सच्ची घटना पर बनी इस फिल्म ने क्रिटिक्स से काफी प्रशंसा बटोरी है। 'नेशनल सिनेमा डे' पर फिल्म को इंडिपेंडेंट एंट्री के तौर पर Oscar 2024 में भेजने का ऐलान हुआ है। यह किस तरह ऑफिशियल एंट्री से अलग है और अब तक किन इंडियन फिल्मों ने इंडिपेंडेंट एंट्री ली है, चलिए जानते हैं।
Oscar 2024 में जाएगी 'मिशन रानीगंज'
अक्षय कुमार की फिल्म 'मिशन रानीगंज' Oscar 2024 में इंडिपेंडेंटली एंट्री करने जा रही है। बता दें कि यह भारत की तरफ से फिल्म की ऑफिशियल एंट्री नहीं है। मेकर्स ने स्वतंत्र रूप से इस फिल्म को एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए अपना सबमिट किया है। यह फिल्म जसंवत सिंह गिल की कहानी है। रानीगंज कोयला खदान में फंसे 65 मजदूरों को उन्होंने कैसे रेस्क्यू किया था, इस रियल लाइफ हीरो की कहानी को इस फिल्म में दिखाया गया है। रियल इंसीडेंट पर बेस्ड इस फिल्म को क्रिटिक्स से तो काफी तारीफें मिली थीं, लेकिन फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला था। फिल्म 6 अक्टूबर को रिलीज हुई थी।
भारत की तरफ से Oscar 2024 में ऑफिशियल एंट्री
अक्षय कुमार की फिल्म को मेकर्स ने स्वतंत्र रूप से ऑस्कर्स के लिए सबमिट किया है। बात अगर ऑफिशियल एंट्री की करें, तो भारत की तरफ से मलयालम फिल्म '2018' को भेजा गया है। इसकी घोषणा कुछ ही दिन पहले की गई है। इस फिल्म की कहानी केरल में आई बाढ़ पर आधारित है और यह फिल्म इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में भेजी गई है।
ऑस्कर में इंडिपेंडेंट एंट्री और ऑफिशियल एंट्री में अंतर
अगर आप सोच रहे हैं कि इंडिपेंडेंट एंट्री और ऑफिशियल एंट्री में क्या अंतर होता है, तो हम आपको आसान शब्दों में इसका जवाब समझा देते हैं। अकेडमी अवॉर्ड्स की रेस में फिल्में दो तरह से शामिल होती हैं। पहला तो जब किसी फिल्म को सरकार की तरफ से यानी फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से भेजा जाता है। इसे ऑफिशियल एंट्री में गिना जाता है। जैसे पिछले साल गुजराती फिल्म छेल्लो शो को और इस साल मलयालम फिल्म 2018 को भेजा गया है। वहीं, जब इंडियन फिल्म मेकर्स की तरफ से बिना सरकार के हस्तक्षेप के किसी फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा जाता है, तो उसे इंडिपेंडेंट एंट्री या अनऑफिशियल एंट्री कहते हैं।
कैसे होती है ऑफिशियल एंट्री?
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया पूरे साल में रिलीज हुई फिल्मों में से एक फिल्म सलेक्ट करने के लिए एक कमेटी को अपॉइंट करती है। फिर यह कमेटी 'बेस्ट फॉरन लैंग्वेज फिल्म' कैटेगरी में उस एक एंट्री को इंग्लिश सबटाइटल के साथ भेजती है। जहां ज्यूरी के आगे फिल्म की स्क्रीनिंग होती है। 1957 में मदर इंडिया, भारत की तरफ से पहली ऑफिशियल एंट्री थी।
अब तक किन भारतीय फिल्मों की ऑस्कर में हुई है इंडिपेंडेंट एंट्री?
'मिशन रानीगंज' ऑस्कर में भारत की तरफ से इंडिपेंडेंट एंट्री करने वाली पहली भारतीय फिल्म नहीं है। पिछली बार फिल्म 'RRR' को भी इंडिपेंडेंटली ऑस्कर में भेजा गया था। मिशन रानीगंज को जैकी भगनानी, वसु भगनानी से प्रोड्यूस किया है। इससे पहले जैकी भगनानी ने फिल्म यंगिस्तान को भी इंडिपेंडेटली ऑस्कर्स के लिए भेजा था। इससे पहले मेकर्स की तरफ से 'लगे रहो मुन्नाभाई' को भी स्वंतत्र रूप से ऑस्कर में भेजा गया था। उस साल भारत की तरफ से फिल्म ' रंग दे बसंती' ने ऑफिशियल एंट्री की थी।
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किस इंडिपेंडेंट एंट्री को मिला है ऑस्कर?
बता दें कि 2023 में प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने ऑस्कर अवॉर्ड जीता था। फिल्म ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में यह अवॉर्ड अपने नाम किया था। यह एक इंडिपेंडेंट एंट्री थी।
कब होने जा रहा है Oscar 2024?
96वें एकेडमी अवॉर्ड्स 10 मार्च 2024 को लॉस एंजेलिस में होने जा रहे हैं। अवॉर्ड्स लिस्ट में नॉमिनेशन में किन फिल्मों ने जगह बनाई है, यह जानकारी 23 जनवरी को सामने आएगी।
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Image Credit:Social Media
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