महिलाएं नहीं किसी भी जगह पर महफूज, बॉलीवुड की ये सीरीज दिखाती हैं समाज की सच्चाई

कोलकाता केस के बाद से महिलाओं की सुरक्षा पर कई बड़े सवाल हो रहे हैं और ये सवाल यह बताते हैं कि औरत कहीं पर भी सेफ नहीं है। यह बात न केवल कही जाती है इसका जीता जागता उदाहरण सच्ची घटनाओं पर आधारित ये सीरीज दिखाती हैं।

 
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समाज में महिलाओं के साथ घटित होने वाली घटनाओं को लेकर अक्सर लोग अलग-अलग कारण लाकर खड़ा कर देते हैं कि बाहर नहीं जाना चाहिए, ऐसे कपड़े नहीं पहनती, गैर मर्द से बात नहीं करनी चाहिए थी। ऐसे न जानें कितने प्रश्न पीड़ित महिला को सुनने पड़ते हैं। लेकिन अगर सच कहा जाए तो महिलाएं बाहर ही नहीं घर पर भी सुरक्षित नहीं है। अखबार और सोशल मीडिया पर महिलाओं की प्रताड़ना से जुड़े न जानें कितनी खबरें देखने को मिल जाती हैं, जहां उनकी इस स्थिति का कारण उसके रिश्तेदार होते हैं। ऐसे में हर बार महिलाओं को दोष देने ये क्यों भूल जाते हैं, कि उन्हें खुद का नजरिया बदलने की जरूरत है। बॉलीवुड में महिलाओं को लेकर तमाम ऐसी फिल्में और सीरीज बनाई गई, जो समाज की सच्चाई को दर्शाती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको दो ऐसी सीरीज के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कोलकाता रेप केस के बाद से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड करने लगी है।

'दिल्ली क्राईम' (Delhi Crime Series)

Delhi Crime Series

कोलकाता रेप-मर्डर केस के बीच ओटीटी प्लेटफॉर्म पर 'दिल्ली क्राइम' सीरीज चर्चा में बनी हुई है। क्राइम ड्रामा वेब सीरीज दिल्ली क्राइम दर्शकों द्वारा काफी पसंद की गई थी। इस सीरीज के दो सीजन नेटफ्लिक्स पर आ चुके हैं। रिची मेहता के निर्देशन में तैयार इस सीरीज की कहानी सच्ची घटना पर बनाई गई है। दिल्ली क्राइम सीरीज में मुख्य किरदार में शेफाली शाह, रसिका दुग्गल, आदिल हुसैन और राजेश तैलंग मुख्य किरदार में नजर आए थे। दिल्ली क्राइम, 16 दिसम्बर, 2012 में हुए निर्भया रेप केस पर आधारित है। इस सीरीज में दरिंदगी के उस मंजर को दिखाया गया है, जिसे देख आपकी रूह कांप जाएगी

'इंडियन प्रिटेंडर' (Indian pretender)

देश में कई ऐसी घटनाएं घटित होती है, जिसे सुन इंसानों पर भरोसा कर पाना मुश्किल है। इसका जीता-जागता उदाहरण 'इंडियन प्रिटेंडर' वेब सीरीज, जो भारत कालीचरण यादव की कहानी पर आधारित है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि किस तरह से कस्तूरबा नगर, नागपुर में रहने वाली 40 से ज्यादा महिलाओं के साथ दुष्कर्म करता था। साल 2024 को कस्तूरबा नगर की 200 महिलाओं ने नागपुर अदालत के कोर्ट नंबर-7 में अक्कू यादव का मर्डर कर दिया था।

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Image Credit- IMDB

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